जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में पुलिस ने पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए नशे की खेप गिराने वाले एक इंटरस्टेट ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. इस सिंडिकेट से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजना के दो कर्मचारी भी शामिल हैं. यह सिंडिकेट अब तक 30 किलो से ज्यादा हेरोइन पंजाब और जम्मू-कश्मीर में सप्लाई कर चुका है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शोभित सक्सेना ने बताया कि 29 जुलाई को कश्मीर के हीरानगर सेक्टर के छन टांडा गांव में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास पुलिस और बीएसएफ के संयुक्त ऑपरेशन किया. इस दौरान करीब आधा किलो अफीम ड्रोन बरामद हुई, जो सीमापार से ड्रोन से गिराई गई थी. इस मामले में सुखविंदर सिंह और अर्शदीप सिंह नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
ये दोनों घगवाल-सांबा सेक्टर में एनएचएआई परियोजना पर तैनात थे. पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि ड्रग की खेप पाकिस्तान से गिराई गई थी. दोनों आरोपियों की निशानदेही पर 411 ग्राम हेरोइन बरामद हुई. कठुआ के राजबाग इलाके के रहने वाले कुख्यात ड्रग तस्कर फिरोज दीन उर्फ अल्लू को गिरफ्तार किया गया. वो सीधे पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्करों के संपर्क में बना हुआ था.
इसके बाद पुलिस ने पंजाब के तरनतारन से इस नेटवर्क के सरगना और मुख्य फाइनेंसर को भी दबोच लिया. वो भी सीधे पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से सीधे निर्देश लेता था. हवाला के जरिए नशे की बिक्री से कमाए गए पैसे पाकिस्तान भेज देता था. उसके पास से हेरोइन और नकदी बरामद की गई है. यह सिंडिकेट अपनी कार्यशैली की वजह से लंबे समय तक पुलिस की पकड़ से बचा रहा.
इसी दौरान कठुआ जिले में ही एक और मामला सामने आया. यहां पुलिस ने पांच ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया. उनके पास से हेरोइन जब्त की गई है. दो आरोपियों को सोमवार को नकदी और नशीले पदार्थ के साथ पकड़ा गया. उनके नाम मुराद अली और बाग हुसैन हैं. उनकी निशानदेही पर तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से 20 ग्राम हेरोइन और नकदी बरामद हुई है.