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मणिपुर और नागालैंड के पूर्व राज्यपाल और पूर्व CBI निदेशक अश्विनी कुमार ने की खुदकुशी

पूर्व राज्यपाल, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक और हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) रहे अश्विनी कुमार ने आत्महत्या कर ली है. अश्विनी कुमार अगस्त 2008 से नवंबर 2010 तक सीबीआई के निदेशक भी रहे हैं. उन्होंने 69 साल की उम्र में खुदकुशी की है.

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सीबीआई के पूर्व निदेशक अश्विनी  कुमार ने खुदकुशी की (फाइल-MHA)
सीबीआई के पूर्व निदेशक अश्विनी कुमार ने खुदकुशी की (फाइल-MHA)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शिमला स्थित अपने घर पर की खुदकुशी
  • अगस्त 2008 में बने थे सीबीआई निदेशक
  • हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी भी रहे
  • सुसाइड नोट में लिखा- अगली यात्रा पर निकल रहा

पूर्व राज्यपाल, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक और हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) रहे अश्विनी कुमार ने बुधवार को खुदकुशी कर ली है. उन्होंने शिमला स्थित अपने घर में फंदे पर लटककर खुदकुशी की. अश्विनी कुमार अगस्त 2008 से नवंबर 2010 तक सीबीआई के निदेशक भी रहे थे. उन्होंने 70 साल की उम्र में खुदकुशी की.

शिमला स्थित ब्राकहास्ट में निजी आवास में अश्विनी कुमार का शव लटका हुआ पाया गया. हिमाचल के रहने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी ने यह खौफनाक कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है. बहरहाल एसपी शिमला मोहित चावला की अगुवाई में पुलिस टीम घटनास्थल पर जुटी हुई है तथा मामले में जांच कर रही है. हालांकि हिमाचल के DGP संजय कुंडू का कहना है कि कुमार के पारिवारिक सदस्यों से बातचीत हुई है जिससे ये नहीं लग रहा है कि वह किसी तरीके से डिप्रेशन में थे. लिहाजा पुलिस सारे एंगल से जांच कर रही है.

पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिनमें लिखा गया है कि जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हुं. खुदकुशी की इस घटना से हर कोई हैरान है.

भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अफसर अश्विनी कुमार मणिपुर और नागालैंड राज्य के राज्यपाल भी रहे थे. इससे पहले अश्विनी अगस्त 2006 से जुलाई 2008 तक पुलिस महानिदेशक थे. बाद में वह सीबीआई के निदेशक भी बने और वह इस पद पर 2 साल से ज्यादा समय तक रहे.

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सिरमौर के नाहन में जन्मे थे

अश्विनी कुमार का जन्म सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में हुआ था. वह आईपीएस अधिकारी थे और सीबीआई तथा एलीट एसपीजी में विभिन्न पदों पर रहे. अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के डायरेक्टर भी रहे थे.

अश्विनी कुमार सीबीआई के पहले ऐसे प्रमुख हैं जिन्हें बाद में राज्यपाल बनाया गया था. मार्च 2013 में उन्हें नगालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद वह शिमला में एक निजी यूनिवर्सिटी के वीसी भी रहे. अश्विनी कुमार हिमाचल पुलिस के डीजीपी भी रहे.

क्या कहते हैं DGP कुंडू

इस मामले में शिमला के पुलिस अधीक्षक मोहित चावला का कहना है कि अभी नागालैंड के पूर्व राज्यपाल के आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है. पुलिस को मोक से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. पुलिस इस मामले में गंभीरता से छानबीन कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले कुछ कहा जा सकता है.

इस बीच हिमाचल के DGP संजय कुंडू ने कहा है कि अश्विनी कुमार के पारिवारिक सदस्यों से बातचीत हुई है जिससे फिलहाल ये नहीं लग रहा है कि वह किसी तरीके से डिप्रेशन में थे. लिहाजा पुलिस सारे एंगल से जांच कर रही है. उनका सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. आज शाम को वो वॉक पर भी गए थे और आने के बाद अपने घर के टॉप फ्लोर पर पूजा के कमरे में पूजा करने गए थे. उसके बाद से नीचे नहीं आए और जब परिवार के सदस्यों ने ऊपर जाकर देखा तो वो फंदे से लटके पाए गए.

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