बिहार के जमुई में इंजीनियरिंग के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना को उस समय अंजाम दिया गया, जब छात्र घर की छत पर बैठकर पढ़ाई कर रहा था. एक दर्जन से अधिक हथियारबंद बदमाशों ने दरवाजा तोड़कर घर में एंट्री की. इसके बाद वे छात्र के पिता को खोजते हुए छत तक पहुंचे. पिता नहीं मिला, तो छात्र को गोली मार दी.
थाना खैरा क्षेत्र के अरुणमाबांग की ये घटना है. यहां के रहने वाले मुद्रिका यादव के घर में एक नंवबर की देर रात हथियारों से लैस बदमाशों ने धावा बोला. दरवाजे को तोड़कर इन बदमाशों ने घर में एंट्री की. घटना के समय मुद्रिका यादव घर पर नहीं थे. उनकी पत्नी कमरे में थी और बेटा अंकित कुमार छत पर पढ़ाई कर रहा था. बताया गया है कि घर में घुसते ही बदमाश मुद्रिका यादव को तलाश करने लगे. मुद्रिका यादव को खोजते हुए छत पर चले गये, जहां अंकित मिल गया. बदमाशों ने अंकित को बंदूक की नोक पर ले लिया और नीचे आ गये. इस दौरान अंकित की मां से एक लाख रुपये की डिमांड की और फिर अंकित को गोली मार दी.
हवा में हथियार लहराते हुए फरार हुये बदमाश
बताया जा रहा है घर में जमकर तांडव मचाने के बाद बदमाश हवा में हथियार लहराते हुए फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई. वहीं मुद्रिका यादव ने पुलिस को बताया कि ये घटना चुनावी रंजिश के चलते हुई है. पुलिस ने इस मामले में धनवे गांव के रहने वाले मुखिया मदन सिंह और दरिमा गांव निवासी डीपी यादव, प्रमोद यादव, केदार यादव सहित एक दर्जन अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
मृतक के पिता मुद्रिका यादव ने खैरा थानाध्यक्ष सीपी यादव पर अपराधियों से मिले होने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि थानाध्यक्ष को घटना के वक्त सूचना दी गई थी, लेकिन वे 10 मिनट की जगह दो घंटे बाद पहुंचे, जिससे उनके पुत्र की हत्या कर दी गई है. एसडीपीओ डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.