दिल्ली के साकेत कोर्ट की सातवीं मंजिल पर 31 वर्षीय लिफ्ट ऑपरेटर का शव मिला है. पुलिस ने कहा कि ऐसा संदेह है कि मौत स्वाभाविक थी क्योंकि उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं पाया गया. शख्स की पहचान योगेश के रूप में हुई है, जो लिफ्ट ऑपरेटर का काम करता था. कभी-कभी वह रात के रूप में परिसर में ही रुक जाता था. आकाश नाम के एक सफाईकर्मी ने पहली बार सफाई करते समय शव को देखा. शव बिल्डिंग के फायर एग्जिट सीढ़ी केस की 7वीं मंजिल पर पड़ा था. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
योगेश स्वास्तिक इलेक्ट्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड का कर्मचारी था. यह फर्म पीडब्ल्यूडी द्वारा कोर्ट परिसर भवनों के रखरखाव के लिए मैन पावर की आपूर्ति के करती है. पूछताछ से पता चला है कि योगेश कुमार को शराब और अन्य नशे करने की आदत थी और वह अकसर ड्यूटी पर भी नशे में रहता था. वह पिछले 3-4 दिनों से ड्यूटी पर नहीं था. वह अपनी ड्यूटी पर कभी भी समय से नहीं आता था इसलिए उसे लिफ्ट ऑपरेटर के रूप में तैनात करने की जगह सुपरवाइजर ने सफाई आदि का काम दिया था.
क्राइम टीम और फॉरेंसिक टीमों ने एसओसी का निरीक्षण किया है. शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं होने के कारण किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका नहीं है. मृतक की मां को फोन पर सूचित कर दिया गया है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एम्स भेज दिया गया है. मामले में धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही शुरू की जा रही है.