हैदराबाद में एक सफाईकर्मी को मुसी नदी के पास कचरा डंप करने की जगह पर काले रंग के कवर में एक अज्ञात महिला का कटा हुआ सिर मिला. उसने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले का खुलासा करने के लिए टीमें गठित कीं. इसके बाद सीसीटीवी कैमरों की जांच की.
तलाशी अभियान के बाद मृतक की पहचान दिलशुकनगर की रहने वाली 55 साल की येरम अनुराधा रेड्डी के रूप में हुई. पुलिस को आगे की जांच से पता चला कि 48 साल के अविवाहित चंद्र मोहन का मृतक यारम अनुराधा रेड्डी के साथ अवैध संबंध था.
महिला के पति ने 15 साल पहले छोड़ दिया था
अनुराधा को उसके पति ने 15 साल पहले छोड़ दिया था. इसके कारण चंद्र मोहन ने मृतक को अपने घर में रखा था. वह लोगों को ब्याज पर रुपये देने का काम करती थी. इसी बीच चंद्र मोहन ने साल 2018 में मृतक से सात लाख रुपये लिए थे.
मृतका बार-बार रुपये वापस मांग रही थी. इसी कारण आरोपी ने उसने पीछा छुड़ाने की योजना बनाई. आरोपी ने योजना के अनुसार, 12 मई की दोपहर में मृतका से रुपये देने की बात पर झगड़ा किया. फिर चाकू से हमला कर दिया और उसके सीने और पेट पर कई वार किए. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
पत्थर काटने की मशीन से काटा शव, फ्रिज में छिपाया
इसके बाद चंद्र मोहन ने शव को ठिकाने लगाने के लिए पत्थर काटने की मशीन खरीदी. धड़ से सिर काटकर काले रंग के पॉलीथीन कवर में रख दिया. फिर धड़ से पैर, हाथ काटकर अलग कर दिया. शव के हिस्सों को फ्रिज में रख दिया. इसके बाद 15 मई को आरोपी मृतका के कटे हुए सिर को ऑटो में ले जाकर कचरा डंप कतरने वाली जगह पर फेंक आया.
बदबू फैलने से रोकने का किया पूरा इंतजाम
इसके बाद आरोपी बाजार से फिनायल, डेटॉल, परफ्यूम और अगरबत्ती लेकर घर आ गया. वह नियमित रूप से मृतका के शरीर पर परफ्यूम लगाता रहा, ताकि आसपास के क्षेत्र में दुर्गंध न फैले. साथ ही घर की फिनायल और डेटॉल से सफाई करता रहा.
परिचितों को गुमराह करने के लिए करता था मैसेज
इसी बीच आरोपी ने मृतका का मोबाइल ले लिया और उसके परिचितों को मैसेज भेजता रहा. इससे वह यह विश्वास दिलाना चाहता था कि मृतका जिंदा है और कहीं दूसरी जगह रह रही है. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी चंद्र मोहन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.