हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में बंदला हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक-सह-प्रिंसिपल हिमांशु मोंगा के खिलाफ यौन उत्पीड़न और मानसिक शोषण के कई गंभीर आरोप सामने आए हैं. गुरुवार को एक वीडियो के वायरल होने के बाद उनको गिरफ्तार किया गया था. इसमें वो एक अस्पताल में कंबल के नीचे एक छात्रा को छूने की कोशिश करते हुए नजर आ रहा था. पुलिस के अनुसार यह घटना मार्च 2024 की है.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को कई छात्राओं ने हिमांशु मोंगा पर शारीरिक और मानसिक शोषण करने, अनुचित कॉल और संदेश भेजने का आरोप लगाया. पीड़ित छात्राओं का कहना है कि मोंगा उनसे बार-बार संपर्क करता था. कॉल का जवाब न देने पर उनके नंबर काटने की धमकी देता था. वो उन्हें अपने कार्यालय में मिलने के लिए बुलाता था. वहां उनके साथ अनुचित व्यवहार करता था. एक बड़े स्कैंडल का आरोप है.
इसके अलावा आरोप है कि हिमांशु मोंगा ने एक अन्य छात्रा के साथ भी इसी तरह का व्यवहार किया जब वह बीमार थी. एक छात्रा ने बताया कि परीक्षा के दौरान भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी मोंगा चुपके से उनका वीडियो बनाता था और जब वे उससे संपर्क करतीं, तो अन्य संकाय सदस्यों पर दबाव बनाकर चुप रहने को कहा जाता था. ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं.
इस मामले की जांच जिला स्तरीय समिति द्वारा की गई, जिसने अपनी रिपोर्ट तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक अक्षय सूद को सौंपी है. निदेशक ने शुक्रवार को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इस बीच सुंदरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज की एक पूर्व छात्रा द्वारा अप्रैल महीने में ई-समाधान पोर्टल पर आरोपी के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत भी इंटरनेट पर वायरल हो गई है. उसने अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया था.
बताते चलें कि इंडिया टुडे के ग्रॉस डोमेस्टिक बिहेवियर सर्वे में भारत की सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. छह बिंदुओं पर आधारित इस सर्वे में यह जानने की कोशिश की गई कि देश के नागरिक अपने रोजमर्रा के जीवन में खुद को कितना सुरक्षित महसूस करते हैं. सुरक्षा सूचकांक में केरल 0.662 स्कोर के साथ देश में सबसे सुरक्षित राज्य बनकर उभरा है, जबकि उत्तर प्रदेश 0.132 स्कोर के साथ सबसे नीचे है.
हिमाचल प्रदेश और ओडिशा भी इस सूची में केरल के बाद क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. सर्वे में छेड़छाड़ को लेकर भी गंभीर आंकड़े सामने आए हैं. जहां एक ओर 62% लोगों ने कहा कि उनके इलाके में यह कोई बड़ी समस्या नहीं, वहीं 44% महिलाओं ने खुद उत्पीड़न का अनुभव बताया. तमिलनाडु सबसे ‘सम्मानजनक व्यवहार’ वाला राज्य निकला, जबकि कर्नाटक में 79% महिलाओं ने उत्पीड़न की बात कही है.
सार्वजनिक परिवहन के मामले में भी राज्यों के बीच बड़ा अंतर देखने को मिला. देशभर में 86% लोगों ने इसे सुरक्षित माना. महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 89% रहा, जबकि पंजाब में सिर्फ 73% लोग ही इसे सुरक्षित मानते हैं. आसपास के माहौल को लेकर धारणा में भी क्षेत्रीय भिन्नता सामने आई. केरल के 73% लोगों ने कहा कि उनके इलाके में कोई असुरक्षित क्षेत्र नहीं है. वहीं, यूपी में 30% लोगों ने कहा कि उनके इलाकों में असुरक्षा की भावना मौजूद है.