scorecardresearch
 

दिल्ली: लग्जरी कारों को चुराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 21 गाड़ियां बरामद, इतनी है कीमत

इस गिरोह से पुलिस ने चोरी की 21 लग्जरी गाड़ियां ( 10 फॉर्च्यूनर, 04 क्रेटा, 05 बलेनो, 01 एक्सयूवी 500 और 01 एक्को मारुति) इंफाल, मणिपुर और इंदौर (एमपी) के आसपास के अन्य जिलों से बरामद की है.

Advertisement
X
लग्जरी कारों की चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
लग्जरी कारों की चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लग्जरी कारों को चुराने वाले गिरोह का भंडाफोड़
  • दिल्ली पुलिस ने बरामद की 21 गाड़िया, कीमत 5 करोड़ रु से ज्यादा

दिल्ली पुलिस ने लग्जरी कार चोरी करने वाले अंतर-राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल टीम ने अलग-अलग मोडस ऑपरेंडी के जरिए लग्जरी और महंगी गाड़ियों को चुराने वाले गिरोह के 04 आरोपियों आबिद, सगोलसेम जॉनसन सिंह, मोहम्मद आसिफ और सलमान को गिरफ्तार किया है.

इस गिरोह से पुलिस ने चोरी की  21 लग्जरी गाड़ियां (10 फॉर्च्यूनर, 04 क्रेटा, 05 बलेनो, 01 एक्सयूवी 500 और 01 एक्को मारुति) इंफाल, मणिपुर और इंदौर (एमपी) के आसपास के अन्य जिलों से बरामद की है.

दरअसल 3 अक्टूबर को सफदरजंग एन्क्लेव के कृष्णा नगर में रहने वाले निवासी मोहम्मद इखलाक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 02 अक्टूबर को लगभग 2.00 बजे पार्किंग में अपनी टोयोटा फॉर्च्यूनर कार पार्क की और अगले दिन सुबह गाड़ी चोरी हो गई.

दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली क्षेत्र में वाहन चोरी के दिन-प्रतिदिन बढ़ते मामलों को देखते हुए इस अपराध में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष टीम बनाई गई.

टीम में उपनिरीक्षक मुकेश कुमार, एसआई अनुज कुमार, एसआई संदीप सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने इंस्पेक्टर राकेश शर्मा (स्पेशल स्टाफ) के नेतृत्व में जांच शुरू की.

पूछताछ के दौरान उन्हें लीड मिली जिसके बाद उन्होंने आरोपियों को धर धबोचा. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वह चोरी की कारों का कारोबार करते हैं और गिरोह के विभिन्न सदस्यों से पहले ही चोरी की गई कारों को आगे इंदौर (एमपी) में एक डीलर सलमान को बेच देते हैं. इसके बाद स्पेशल टीम  इंफाल (मणिपुर) और इंदौर (एमपी) के लिए रवाना हुई.

Advertisement

जांच में सामने आया कि यह गिरोह मणिपुर में स्थानीय बाजार की मांग के हिसाब से दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों में लग्जरी कारों की चोरी करते हैं और उसे कोलकाता के फ़राज़ नाम के शख्स के पास पहुंचा देते हैं.

फिर चोरी की गई इन गाड़ियों को परिवहन प्राधिकरण में दलालों की मिलीभगत से मणिपुर में नए पंजीकरण नंबर से रजिस्टर्ड करा लेते हैं . फिर इन वाहनों को कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यानी फेसबुक मार्केट, कार बाजार और व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से विभिन्न खरीदारों को असली बताकर  अच्छी कीमतों पर बेच दिया जाता है. 

दलालों की मिलीभगत के संबंध में और वाहनों की वसूली के लिए आगे पूछताछ की जा रही है. जांच में सामने आया है कि इस गिरोह को दुबई से ऑपरेट किया जा रहा था.

ये भी पढ़ें:


 

Advertisement
Advertisement