दिल्ली और उत्तर प्रदेश को दहलाने की साजिश को सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद ISIS के एक आतंकी को जिंदा गिरफ्तार कर लिया है, आतंकी के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक भी मिला है, साथ ही इस आतंकी ने खुलासा किया है कि वो राम मंदिर निर्माण को लेकर धमाका करने वाला था. इसके लिए ISIS आतंकी लोन वुल्फ अटैक का सहारा लेना चाहता था लेकिन उसके मंसूबे नाकाम हो गए. अब मन में ये सवाल उठना लाज़मी है कि ये लोन वुल्फ अटैक होता क्या है.
लोन वुल्फ भेड़िए की तरह आतंकी हमला करने की रणनीति है. इसे ISIS के आतंकवादी खूब इस्तेमाल करते हैं. ऐसे हमले में आतंकी अकेले ही हमला करता है. आतंकी का मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान लेना होता है.
लोन वुल्फ अटैक में आतंकी छोटे हथियार का इस्तेमाल करता है और फायरिंग या गाड़ी से लोगों को कुचलने का प्रयास करता है. दुनिया में कई बड़े लोन वुल्फ अटैक हो चुके हैं.
27 अप्रैल 2020 को पेरिस में एक शख्स ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया, पुलिसकर्मियों पर उसने कार चढ़ाने की कोशिश की. आतंकी ISIS से जुड़ा बताया जा रहा है.
6 दिसंबर 2019 को फ्लोरिडा के पेंसाकोला में नौसेना के हवाई अड्डे पर एक आतंकी ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की. इसमें अमेरिका के तीन सैनिक मारे गए थे, जवाबी फायरिंग में मोहम्मद अलशमरानी नाम का आरोपी मारा गया.
12 जून 2016 को ओरलैंडो के एक नाइटक्लब में फायरिंग हुई. इसमें करीब 50 लोगों की मौत हुई जबकि 53 लोग घायल हुए. हमलावर की पहचान 29 वर्षीय साल के मतीन के रूप में हुई जो कि अमेरिकी नागरिक था. 2 दिसंबर 2015 को सेन बर्नारडिनो में एक कॉन्फ्रेंस हॉल में फायरिंग हुई इसमें 14 लोगों की मौत हो गई, इसमें 17 लोग घायल हुए. 1 अक्टूबर, 2015 को रोसबर्ग में क्रिस हार्पर नाम के शख्स ने फायरिंग की. फायरिंग में 10 लोगों की मौत हुई. पुलिस की कार्रवाई में हमलावर को मार दिया गया.