दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बुल्ली बाई और सुल्ली डील्स (Bulli Bai, Sulli Deals) ऐप मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस मामले में ओमकारेश्वर ठाकुर और नीरज बिश्नोई को आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने कुल 2700 पेज की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 2000 पेज बुल्ली बाई और 700 पेज सुल्ली डील की है. नीरज को बुल्ली बाई जबकि सुल्ली डील के लिए ओम्कारेश्वर को आरोपी बनाया गया है. सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल ने 4 मार्च को ही दिल्ली की स्थानीय कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) इकाई मामले की जांच कर रही थी.
दोनों आरोपियों पर इन धाराओं में दर्ज है केस
सुल्ली डील्स को बनाने वाले ओमकारेश्वर ठाकुर को स्पेशल सेल की ifso यूनिट ने 8 जनवरी को इंदौर में उसके घर से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 153A, 153B, 354A(3) IPC r/w 66, 67 IT ऐक्ट के तहत चार्जशीट दाखिल की है.
वहीं नीरज बिश्नोई को पुलिस ने 6 जनवरी को असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया था. नीरज के खिलाफ पुलिस ने 153A, 153B, 354A, 509 IPC r/w 66, 67 IT ऐक्ट के तहत चार्जशीट दाखिल की है.
Github पर 2021 में बनाया गया था सुल्ली डील ऐप
Github प्लेटफार्म पर जुलाई 2021 में सुल्ली डील ऐप बनाया गया था. इस ऐप पर धर्म विशेष की महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा था. इतना ही नहीं उनकी नीलामी भी की जाती थी. इस डील ऐप का मकसद महिलाओं को मानसिक रूप से परेशान करना था. इसमें खासतौर से उन महिलाओं को टारगेट किया जाता था, जो सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहती थीं.
महिला पत्रकार की शिकायत पर खुला बुल्ली बाई केस
सुल्ली डील्स के बाद बुल्ली बाई ऐप का मामला सामने आया था. दिल्ली की एक महिला पत्रकार ने पुलिस में शिकायत की थी कि मोबाइल ऐप पर कुछ अज्ञात लोग उसे निशाना बना रहे हैं. बुल्ली बाई ऐप को भी गिटहब प्लेटफॉर्म पर बनाया गया था. नीरज बिश्नोई ने बुल्ली बाई ऐप बनाया था. नीरज भोपाल के वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक कंप्यूटर साइंस का सेकेंड ईयर का छात्र था. 2019 में ही उसे इस कॉलेज में एडमिशन मिला था.