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3 करोड़ के 'ज्वेल थीफ'

बीती 21 तारीख की रात आलीशान मकान में रहने वाला परिवार किसी शादी में शामिल होने घर से बाहर गया था. जबकि घर के तीन नौकर और एक पालतू कुत्ता तब भी इसी मकान में थे. लेकिन नामालूम ये कैसे मुमकिन हुआ कि इतने लोगों और एक कुत्ते के होते हुए भी इस घर में सेंधमारी हो गई

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पीड़ित तन्मय सेठ
पीड़ित तन्मय सेठ

रात के अंधेरे में कुछ चोर घर में घुस आते हैं और सीधे उसी कमरे में पहुंचते हैं जहां सबसे कीमती चीजें यानी सोने-चांदी के गहने और हीरे जवाहरात रखे हैं. फिर होती है दिल्ली की सबसे बड़ी यानी तीन करोड़ रुपए की चोरी. लेकिन शहर के सबसे पॉश इलाके में हुई चोरी की ये वारदात अपने-आप में जितनी बड़ी है, इसका पूरा सिलसिला उतना ही रहस्यमयी.

बीती 21 तारीख की रात आलीशान मकान में रहने वाला परिवार किसी शादी में शामिल होने घर से बाहर गया था. जबकि घर के तीन नौकर और एक पालतू कुत्ता तब भी इसी मकान में थे. लेकिन नामालूम ये कैसे मुमकिन हुआ कि इतने लोगों और एक कुत्ते के होते हुए भी इस घर में सेंधमारी हो गई. रात का अंधेरा घिरते ही चोर दबे पांव मकान में घुसे और सीधे उस बेडरूम तक जा पहुंचे, जिसकी अलमारी में बेशकीमती हीरे-जवाहरात, सोने-चांदी के गहने और कैश रखे हुए थे.

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मामूली शख्स का घर नहीं
दरअसल, ये मकान किसी मामूली शख्स का नहीं, बल्कि जेट एयरवेज के वाइस प्रेसीडेंट सिक्योरिटी अवनीत सिंह की बेटी और दामाद तन्मय सेठ का है. जी हां, वो दामाद जिसका खुद तामिलनाडु में फर्टिलाइजर और एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स का बड़ा काम है. तन्मय की मानें तो इस मकान में उनके और उनकी बीवी के अलावा उनके माता-पिता भी रहते हैं और तीन-तीन नौकर भी. जो बिल्कुल उनके घर के सदस्यों जैसे हैं. लेकिन जिस तरह से महज़ छह के घंटे दरम्यान ये चोरी हुई है, उसके रहस्य ने खुद उनको भी उलझा दिया है.

दीवार फांद कर घुसे चोर
पुलिस की मानें तो चोर इस मकान में दीवार फांद कर घुसे और सीधे एक खिड़की के रास्ते उसी बेडरूम में जा पहुंचे, जिसमें बेशकीमती गहने रखे हुए थे. उन्होंने कमरे का कोना-कोना छान मारा और अलमारी तोड़ कर तमाम कीमती चीजें ले उड़े. एक और हैरानी की बात ये भी है कि इतने पॉश इलाके में रहने और घर में इतनी कीमती चीजें होने के बावजूद सेठ परिवार ने अपने यहां कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया है, जिसकी वजह से यहां चोरों के आने-जाने की कोई भी तस्वीर किसी भी कैमरे में कैद नहीं हुई.

चोरी के बाद कई सवाल उठे
अब इस मामले में कई ऐसे सवाल हैं, पुलिस जिनका जवाब तलाश रही है मसलन आखिर चोरों को ये कैसे पता चला कि सेठ परिवार बाहर है? जबकि परिवार सिर्फ छह घंटों के लिए ही घर में नहीं था. चोरों ने ठीक उसी बेडरूम को कैसे टार्गेट किया, जिसमें कीमती चीजें थीं? चोर आखिर इस मकान के दूसरे कमरों में क्यों नहीं गए? क्या उन्हें मकान में नौकरों और कुत्ते के होने की खबर थी? कहीं ऐसा तो नहीं कि इस वारदात में किसी भेदिये का हाथ है? जाहिर है, यही वजह है कि पुलिस ने फिलहाल किसी को क्लीन चिट नहीं दी है. नौकर घर के सदस्य जैसे हैं, लेकिन पुलिस सबसे पूछ रही है. अब चूंकि ये चोरी बेहद बड़ी है. ये पीड़ित परिवार के लिए जितना बड़ा झटका है, दिल्ली पुलिस के लिए इसके चोरों तक पहुंचना भी उतनी ही बड़ी चुनौती भी.

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