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नीरव मोदी की बहन और जीजा बने सरकारी गवाह, पीएनबी घोटाले से जुड़ा है मामला

नीरव मोदी की बहन पूर्वी और बहनोई मयंक मेहता ने कोर्ट में माफी के लिए अर्जी दी थी. साथ ही ये भी कहा कि अगर उनकी अर्जी को कोर्ट से इजाजत मिलती है तो वे नीरव मोदी के खिलाफ अहम सबूत मुहैया कराने के लिए तैयार हैं.  

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हीरा कारोबारी नीरव मोदी
हीरा कारोबारी नीरव मोदी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नीरव मोदी के बहन-बहनोई ED से जुड़े केसों में ‘वादा माफ गवाह’ बने
  • दोनों ने पिछले महीने लगाई थी अर्जी
  • बहन-बहनोई को व्यक्तिगत आधार पर माफी दी जाएगी

भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की बहन और बहनोई को मुंबई स्थित PMLA (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) कोर्ट ने वादा माफ गवाह (एप्रूवर) बनने की इजाजत दे दी है. इन दोनों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दो केस में सह-अभियुक्त बनाया हुआ है. नीरव मोदी की बहन पूर्वी और बहनोई मयंक मेहता ने कोर्ट में माफी के लिए अर्जी दी थी. साथ ही ये भी कहा कि अगर उनकी अर्जी को कोर्ट से इजाजत मिलती है तो वे नीरव मोदी के खिलाफ अहम सबूत मुहैया कराने के लिए तैयार हैं.  

सूत्रों के मुताबिक, अर्जी पिछले महीने दाखिल की गई थी जिसे ईडी की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताने के बाद अब कोर्ट ने मंजूर कर लिया. ईडी की ओर से कहा गया कि उसे पूर्वी और मयंक के वादा गवाह बनने पर कोई आपत्ति नहीं है.   

हालांकि, इन दोनों के स्वामित्व वाली जो फर्म और ट्रस्ट हैं या जिन ट्रस्ट के ये हिस्सा हैं, वो केस में अभियुक्त बने रहेंगे. पूर्वी और मयंक को व्यक्तिगत आधार पर माफी दी जाएगी और इन दोनों को वादा माफ गवाह माना जाएगा.  

बता दें कि अप्रैल 2018 में आजतक ने मयंक के हांगकांग स्थित घर पर जाकर उनसे एक्सक्लूसिव बात की थी. साथ ही बताया था कि नीरव मोदी से जुड़ा घोटाला सामने आने के बाद से कैसे परिवार पर बुरा असर पड़ा है.    

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मयंक ने तब कहा था, “हम सोच भी नहीं सकते थे कि नीरव मोदी का इस तरह के घोटाले से जुड़ाव हो सकता है. हम खुद पूरे मुद्दे को समझने की कोशिश कर रहे हैं.’’  

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मयंक ने तब कहा था कि उनके बच्चे भी हैरान हैं कि नीरव मोदी का नाम क्यों इंटरनेट पर हर तरफ छाया हुआ है. मयंक के मुताबिक, “तथ्य तथ्य ही होते हैं और इन्हें नकारा नहीं जा सकता. हम अपने परिवार का इस पूरे प्रकरण से किसी भी तरह से नाम जुड़ा हुआ नहीं देखना चाहते. मेरे बच्चे अब भी पूछते हैं कि मामा (नीरव) गूगल की खबरों में क्यों हैं.” 

2018 में नीरव मोदी की प्रोविजनल अरेस्ट के लिए हांगकांग से भारत के आग्रह को लेकर मयंक ने कहा था, “निसंदेह ये सही प्रक्रिया है. सरकार मेरा घर सर्च कर सकती है. मैं हैरान हूं कि वे समझते हैं कि वो (नीरव) हमारे घर पर है. ये सबसे आखिरी जगह होती जहां वो हो सकता था.”  

एक महीने बाद ईडी ने अपनी चार्जशीट में पूर्वी, मंयक और उनके स्वामित्व वाली कुछ फर्म्स और ट्रस्टों को केस में अभियुक्त बनाया था. ईडी ने जिक्र किया था कि पंजाब नेशनल बैंक से जो पैसा लॉन्डर किया गया वो पूर्वी और मयंक के स्वामित्व वाली फर्म्स और ट्रस्टों को भेजा गया.  

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नीरव मोदी को PMLA कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था. नीरव मोदी के खिलाफ इस महीने लंदन में सुनवाई भी निर्धारित है. ईडी अधिकारी उस सुनवाई में हिस्सा लेंगे.  

पूर्वी और मंयक हांगकांग में ही अब भी रह रहे हैं. उन्होंने कोविड रेग्युलेशन्स का हवाला देते हुए यात्रा करने और कोर्ट में गवाही देने में असमर्थता जताई है. हालांकि दोनों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए गवाही देने पर सहमति जताई है.  

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