कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं. इसमें शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कमलेश तिवारी का परिवार उनसे मिलना चाहेगा तो वह उनसे मुलाकात करेंगे. सीएम योगी रविवार को सुबह 11 बजे कमलेश तिवारी के परिजनों से मिलेंगे.
सीएम योगी ने कहा कि वह सभी से मिलते हैं और परिवार से मुलाकात करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि एसआईटी को इस केस की जांच सौंपी गई है. सीएम ने आगे कहा, "मैं भी इस केस के बारे में पूरा अपडेट लूंगा. इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इस मामले में दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा."
#WATCH UP Chief Minister Yogi Adityanath on Kamlesh Tiwari murder case: He was the President of Hindu Samaj Party. The assailants came to his house in Lucknow yesterday, sat&had tea with him, and later killed him after sending all security guards out to buy something from market. pic.twitter.com/kkbFnms17T
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2019
क्या है मामला?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी और हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को बदमाशों ने दिनदहाड़े हत्या कर दी थी. उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
24 घंटे में आरोपियों को पकड़ा
इस मामले में पुलिस ने 24 घंटे में ही केस सुलझाने का दावा किया है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने मामले को लेकर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. हमलावर मिठाई के डिब्बे में हथियार छुपाकर लाए थे. डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि मिठाई का डिब्बा इस केस में सबसे अहम सुराग था.
मिठाई के डिब्बे को आधार बनाते हुए पुलिस की टीमें गठित की गईं और जांच उत्तर प्रदेश से होते हुए गुजरात तक जा पहुंची. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है जिनके नाम रशीद अहमद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान हैं.