गुड़गांव के जज की पत्नी गीतांजलि के कत्ल की तफ्तीश जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है नए-नए खुलासे हो रहे हैं ना सिर्फ खुलासे हो रहे हैं बल्कि गीतांजलि के घरवाले जज साहब के खिलाफ नए-नए इलजाम भी लगा रहे हैं वैसे फिलहाल इस मर्डर मिस्ट्री को लेकर तीन थ्योरी सामने आ रही है और इन्हीं थ्योरी को सामने रख कर पुलिस मामले की जांच कर रही है बेटे की चाहत की थ्योरी तो आपको पता ही है, जो दो नई थ्योरी सामने आई है वो दोनों ही रिश्तों को लेकर है जज साहब के भी रिश्ते और गीतांजलि के भी रिश्ते.
क्या पुलिस लाइन पार्क में कोई बेधड़क छह गोली चला सकता है? क्या पार्क में टहलने के लिए कोई लोडेड रिवाल्वर लेकर निकल सकता है? क्या कोई कत्ल करने के लिए सुपारी किलर को अपना ही भरा हुआ रिवाल्वर दे सकता है? और क्या कोई पेशवर किलर बिल्कुल करीब से भी तीन निशाना चूक सकता है? सिर्फ बेटे की चाहत में मारी गई गीतांजलि? या कत्ल के पीछे है रिश्तों का फेर? क्या सीजेएम का था किसी और से रिश्ता? या रिश्ते के लिए ब्लैकमेल की जा रही थी गीतांजलि? किराए के कातिल ने चलाई गीतांजलि पर गोली? अपने ही जानने वाले ने मारी गीतांजलि को गोली? या फिर झगड़े के बाद चली गोली? गीतांजलि का जानने वाला था कातिल? या फिर सीजेएम का करीबी था कातिल? या फिर सीजेएम का दुश्मन था कातिल? इन तमाम सवालों ने केस को उलझा दिया है.
एक जज की बीवी के कत्ल के पांच दिन बाद भी कातिल का चेहरा या कत्ल का मकसद तो सामने नहीं आ पाया पर हां शक में डूबे क्या, क्यों, कैसे और कौन के सवालों की इस फेहरिस्त में ही कातिलों को ढूंढने का काम जरूर जारी है
वैसे कत्ल के पांचवें दिन एक अहम सुराग और दो राज जरूर सामने आए हैं सुराग ये कि उस पार्क से गोली के दो खोखे मिले हैं जिस पार्क में गीतांजलि का कत्ल हुआ यानी खोखे से यही साबित होता है कि कत्ल पार्क के अंदर ही हुआ कहीं और नहीं.
राज ये कि गीतांजलि के घर वालों ने एक नया खुलासा किया है. खुलासा ये कि सीजेएम साहब का किसी और महिला से भी रिश्ता था और दूसरा राज ये कि खुद गीतांजलि को कोई ब्लैक मेल कर रहा था पुराने रिश्तों के लिए और कहा ये भी जा रहा है कि बुधवार को गीतांजलि उसे से मिलने पार्क में गई थी भरी हुई पिस्टल लेकर. मगर दोनों में झगड़ा हुआ और पिस्टल गीतांजलि से लेकर उसने गीतांजलि पर ही गोली चला दी हालांकि गीतांजलि के पुराने रिश्तों या उसे ब्लैकमेल किए जाने के सवाल पर गुड़गांव पुलिस फिलहाल खामोश है.
अब पुलिस के साथ-साथ केस की खामोशी तबी टूटेगी जब इस क्या, क्यों, कैसे और कौन के सवालों के जावब मिलेंगे.
पुराने रिश्तों को लेकर गीतांजलि को ब्लैकमेल किए जाने के मुद्दे पर भले ही पुलिस खामोश हो मगर जज साहब के नए रिश्ते को लेकर गीतांजलि के घर वाले खुलेआम बोल रहे हैं. गीतांजलि के घर वालों का इल्जाम है कि जज साहब की जिंदगी में कोई और महिला भी है और बहुत मुमकिन है कि उसी वजह से गीतांजलि को रास्ते से हटा दिया गया.
तो क्या गीतांजलि के पति यानी गुड़गांव के सीजेएम रवनीत गर्ग के नाजायज ताल्लुकात उनकी बीवी के कत्ल की वजह बन गई? पुलिस की तफ्तीश चाहे जिस ओर भी बढ़ रही हो, गीतांजलि के घरवालों को अपने दामाद के अवैध संबंधों की वजह से गीतांजलि का कत्ल किए जाने का भी शक है.
वैसे ये पहला मौका नहीं है, जब इस ब्लाइंड मर्डर की कोई थ्योरी सामने आई है बल्कि हकीकत तो ये है कि पिछले पांच दिनों में पुलिस गीतांजलि के कातिल का बेशक कोई सुराग ना ढूंढ़ पाई हो, उसकी मौत को लेकर पांच अलग-अलग थ्योरियां सामने आ चुकी हैं.
आपको याद होगा कि सबसे पहले गीतांजलि की लाश मिलते ही, उनके पति रवनीत गर्ग ने अपनी पत्नी के खुदकुशी का शक जताया था लेकिन जैसे ही गीतांजलि के घरवालों को अपनी बेटी के मौत की खबर मिली, घरवालों ने पहला इल्जाम रवनीत पर ही लगाया उनका पूछा कि आखिर बगैर किसी जांच के रवनीत कुदकुशी के नतीजे पर कैसे पहुंच गए? दरअसल, रवनीद और उसके घरवालों ने ही गीतांजलि को बेटा न जन्मने की वजह से मार डाला और अब मामले को खुदकुशी बता कर बचने की कोशिश कर रहे हैं इस बात का जिक्र उन्होंने पुलिस को दी गई अपनी पहली तहरीर में भी किया था.
लेकिन इसके बाद घरवालों ने खुलासा किया उन्होंने शादी के वक्त से लेकर अब तक गीतांजलि के ससुरालवालों को ना सिर्फ लाखों रुपए की गाड़ियां और नकदी दहेज में दी, बल्कि समय-समय पर ससुरालवालों की तरफ से ऐसी चीजों की मांग भी की जाती रही थी.
लेकिन अभी इन आरोपों के दरम्यान जैसे ही पुलिस ने गीतांजलि के पति रवनीत गर्ग से पूछताछ शुरू की, उनके बयानों से मामले में एक और नया मोड़ आ गया. गर्ग ने कहा कि गीतांजलि उनके एक नौकर और ड्राइवर से अकसर खफा रहती थी और हो सकता है कि उन दोनों ने भी गीतांजलि से खुंदक निकालने के लिए साजिश रची हो अब ऐसे में पुलिस के लिए नौकर और ड्राइवर से पूछताछ करना जरूरी हो गया
लेकिन जैसे इस मामले की आखिरी थ्योरी नहीं थी इसके बाद गीतांजलि के घरवालों ने अपनी बेटी के कत्ल के लिए जो वजह बताई, वो अब तक की तमाम वजहों से सबसे ज्यादा अजीब और चौंकानेवाली है. गीतांजलि के भाई की मानें तो बहुत मुमकिन है कि उसके पति ने अपने अवैध संबंधों के चलते ही गीतांजलि की जान ले ली.
अब इस इल्जाम के बाद गीतांजलि के घरवालों से इसके पीछे की वजह का पूछना लाजिमी था सो, जैसे ही उनसे ये सवाल पूछा गया, उन्होंने जवाब दिया 'हां, मेरी बहन ने बताया था अवैध संबंधों के बारे में, तभी तो हमने ये कंप्लेन दी है.'
अब जाहिर है, इस मामले में पुलिस एक थ्योरी की तह तक पहुंच नहीं पाती है, तब तक एक नई थ्योरी सामने आ जाती है और ऐसे असली कातिल के चेहरे से पर्दा कब तक हटेगा, फिलहाल इसका जवाब किसी के पास नहीं है.
उधर गुड़गांव पुलिस कत्ल के पांच दिन बाद भी झाड़ियों में सर खपा रही है और कमाल देखिए कि जिस झाड़ी कों वो पिछले चार दिनों से झाड़ रही थी, यहां तक कि जांच के नाम पर झाड़ियों को उखाड़ तक के ले गई उसी झाड़ी से वारदात के पांचवें दिन उसे दो गोलियां मिलती हैं. ये गोलियां उसी जगह से मिलीं जहां से गीतांजलि की लाश मिली थी
सीजेएम रवनीत गर्ग की पत्नी गीतांजलि के कत्ल के मामले में गुड़गांव पुलिस की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम यानी एसआईटी पिछले पांच दिनों से यूं ही लगातार पुलिस लाइन पार्क की खाक छान रही थी.
क्योंकि पुलिस को लग रहा था कि अगर कातिल ने इसी जगह पर गीतांजलि की जान ली है, तो यकीनन मौके से उस पर चलाई गई गोलियां भी जरूर मिलेंगी क्योंकि गीतांजलि को जो तीन गोलियां लगी थी, वो सभी की सभी उसके जिस्म को छेदती हुई आर-पार निकल गई थी
और आखिरकार सोमवार को पुलिस की कोशिश तब रंग लाई, जब पार्क में मिट्टी छानने के दौरान उसे एक-एक कर दो गोलियां मिल गईं ये गोलियां कारतूस का वो हिस्सा हैं, जो आम तौर पर निशाने पर लगती हैं ऐसे में पुलिस को शक है कि ये गोलियां गीतांजलि को मारी गई उन्हीं तीन गोलियों में से हैं, जो उसके शरीर के आर-पार निकली थी.
अब पुलिस इन गोलियों की फॉरेंसिक जांच करवा रही है, ताकि ये बात साफ हो सके कि ये गोलियां सीजेएम गर्ग के उसी रिवाल्वर से चलाई गई या नहीं, जो मौका-ए-वारदात पर पड़ी हुई मिली थी. पुलिस के लिए ये जानना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि गीतांजलि की लाश जिस तरह एक पार्क के बीच खुली जगह पर पड़ी हुई मिली, उसे देख कर इस बात से भी इनकार नहीं किया जा रहा था कि कातिल ने गीतांजलि की जान कहीं और लेने के बाद लाश को पार्क में लाकर फेंक दिया होगा.
अब अगर फॉरेंसिक जांच में ये बात साफ हो जाती है कि ये गोलियां रवनीत गर्ग की रिवाल्वर से चलाई गई छह गोलियों में से ही हैं, तो कम से कम एक बात तो साफ हो जाएगी कि गीतांजलि का कत्ल पार्क में उसी जगह पर किया गया, जहां पर उसकी लाश पड़ी हुई मिल. इसके बाद पुलिस नए सिरे से आस-पास के इलाकों में इस वारदात के चश्मदीद की तलाश कर सकती है, साथ ही उस इलाके में वारदात के वक्त किसी खास मोबाइल नंबर की मूवमेंट का भी पता लगा सकती है, ताकि कातिल का कोई सुराग उसके हाथ लग सके
हालांकि अब तक की तफ्तीश में ये बात साफ हुई है कि वारदात के वक्त गीतांजलि अपने साथ मोबाइल फोन लेकर टहलने के लिए नहीं गई थी लेकिन क्या घर से बाहर जाने से पहले गीतांजलि ने किसी के साथ फोन पर बात की थी? कातिल तक पहुंचने के लिए पुलिस के लिए इस सवाल का जवाब जानना भी ज़रूरी है और इसी वजह से पुलिस गीतांजलि का सीडीआर यानि मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है. ऐसे में अगर गीतांजलि के सीडीआर में दर्ज किसी खास मोबाइल नंबर की मूवमेंट वारदात के वक्त पार्क के आस-पास पाई जाती है, तो फिर ये पुलिस के लिए एक अहम जानकारी साबित हो सकती है.