अभिनेता अजय देवगन अभिनित फिल्म दृश्यम की तर्ज पर दिल्ली में हुए एक मर्डर का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. कुछ दिन पहले फॉर्च्यूनर कार में जिस मोनिका की लाश मिली थी, उसका कातिल कोई और नहीं उसका पति ललित है. उसने अपनी पत्नी का 8 लाख की सुपारी देकर कत्ल करवा दिया. वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि ललित बात करते वक्त हकलाता था और उसकी हकलाहट पर मोनिका उसकी हंसी उड़ाया करती थी, जो उसे अच्छा नहीं लगता.
दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह की सबसे छोटी बेटी मोनिका की शादी गुड़गांव के धवापुर गांव के रहने वाले ललित से हुई थी. कुलदीप सिंह अपनी जिंदगी की सारी गाढ़ी कमाई छोटी बेटी की शादी में लगा दिए. दहेज में फॉर्च्यूनर कार दिया. शादी के कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक-ठाक रहा. दोनों को एक बेटी भी पैदा हुई. बड़े प्यार से उसका नाम दिशा रखा, लेकिन मोनिका ने ललित के हकलाने का मजाक उड़ाना नहीं छोड़ा.
इस बात से नाराज होकर एक दिन ललित ने फैसला कर लिया कि वो मोनिका की हंसी हमेशा के लिए छीन लेगा. उसने एक शाहीन नाम के कॉन्ट्रैक्ट किलर को मोनिका की सुपारी दे दी. मौत का सौदा 8 लाख में तय हुआ. 50 हजार रुपये एंडवास दे दिए. इसके बाद कत्ल की तारीख 19 अप्रैल तय होती है. ललित हत्या की मॉकड्रिल यानी रिहर्सल करता है. लेकिन 19 अप्रैल को कॉन्ट्रैक्ट किलर नहीं पहुंचा, तो वो एक बार और मॉकड्रिल करता है
फिल्म दृश्यम की तरह मर्डर का रिहर्सल
20 अप्रैल को फॉर्च्यूनर कार में रिहर्सल के हिसाब से वो मोनिका और अपनी 3 महीने की बेटी को लेकर निकलता है. वहां कॉन्ट्रैक्स किलर मोनिका को गोली मार देते हैं. इसके बाद जो होता है, उसकी कहानी अजय देवगन की फिल्म दृश्यम से मैच खाती है. जिस तरह अजय देगन एक मर्डर को छुपाने के लिए उस कहानी को असलियत में जीते हैं. ठीक उसी तरह ललित ने भी किया. ताकि पुलिस पूछताछ में वो और उनकी फैमिली वहीं बोलें, जो उन्होंने किया है.
फॉर्च्यूनर कार में मिली थी मोनिका की लाश
रिहर्सल के मुताबिक ललित फॉर्च्यूनर को साइड में खड़ा करता है. फ्रेश होने का बहाना बनाकर गाड़ी से उतरकर चला जाता है. सुपारी किलर शाहीन आता है, मोनिका को गोली मारता है. बाइक पर फरार हो जाता है. इसके बाद ललित दिल्ली पुलिस को फोन करता है. उसने पुलिस को बताया, '20 अप्रैल की दोपहर मैं अपनी पत्नी और बेटी के साथ अपने घर गुड़गांव से अपनी ससुराल यानी दिल्ली के छावला लौट रहा था. रास्ते में गाड़ी को स्टार्ट छोड़कर फ्रैश होने के लिए गया.
पति ने पुलिस को सुनाई हत्या की कहानी
ललित ने आगे बताया, 'जब तक मैं अपनी गाड़ी तक वापस लौटता, मुझे गाड़ी का एक्सीलेटर दबने की और फायरिंग की तेज आवाज़ सुनाई दी. पीछे मुड़ते ही मैंने देखा कि मेरी गाड़ी से एक नौजवान उतरकर भाग रहा है. जब मैंने उस नौजवान को पकड़ने की कोशिश की, तो उसने मुझे भी गोली मारने की कोशिश की, लेकिन इत्तेफाक से गोली नहीं चली. इतने में वो लड़का दूसरे लड़के साथ बाइक पर फरार हो गया. सबकुछ इतना जल्दी हुआ कि समझने का मौका ही नहीं मिला.'
एक सच ने किया मर्डर मिस्ट्री का पर्दाफाश
ललित ने मर्डर की रिहर्सल तो कर ली, लेकिन एक सच उसका पर्दाफाश कर देगा, ये उसने सोचा नहीं था. पुलिस के लिए ये मर्डर किसी रहस्य से कम नहीं था. सबसे बड़ा सवाल था कि एक हाउसवाइफ की किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है. लिहाजा पुलिस ने नई थ्योरी पर काम करना शुरु किया. दोनों के कॉल डिटेल्स निकाले. पड़ताल शुरु किया. इससे ये साफ हो गया कि ललित ने भाड़े के हत्यारों से संपर्क किया था. उसकी पत्नी से भी उसके रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे थे.
मजाक बर्दाश्त नहीं हुआ तो करा दी हत्या
ससुराल वालों का शक भी पूरी तरह से दामाद पर था. इसके बाद पुलिस ने ललित को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें वह अपनी जुबान खोल बैठा. उसने बताया कि मोनिका उसकी हकलाहट का मज़ाक बनाती थी. उसकी हंसी उड़ाया करती थी, जो उसे बर्दाश्त नहीं हुआ. इसी खुन्नस में उसने अपनी बीवी के कत्ल की सुपारी दे दी. इस तरह ललित फिल्म दृश्यम की तरह रिहर्सल वाले प्लान पर तो अड़ा रहा, लेकिन अतीत के सच को छुपा नहीं पाया.