नोएडा ऑडी कांड के कार मालिक डॉक्टर मनीष रावत ने आजतक से खास बातचीत में पूरी घटना का ब्यौरा दिया. डॉ. मनीष का कहना था कि अचानक ओवरटेक की वजह से यह हादसा हुआ. हादसे के बाद ड्राइवर डर से भाग गया.
लोगों की भीड़ तेजी से जमा हो गई थी. भीड़ उसे ही ड्राइवर ना समझे इसलिए वो घर चला गया. वहीं, दूसरी ओर आरोपी ड्राइवर इशाक का कहना है कि वो तो मालिक को जानता ही नहीं है. हादसे के दिन वो गुजरात के अहमदाबाद में था.
डॉ. मनीष रावत ने कहा कि वह अपनी गाड़ी के साथ दिल्ली की तरफ से आ रहा था. उसका ड्राइवर इशाक गाड़ी चला रहा था. अचानक उसने ओवरटेक किया और एक्सीडेंट हो गया. इसमें मनीष को भी चोट लगी. बाहर निकल कर देखा तो ड्राइवर गायब था.
इसके बाद वह अपने घर ओलिव काउंटी गया. मौके पर भीड़ जमा थी. लोगों ने पुलिस को फोन कर लिया था. वह डरा हुआ था. भीड़ उसे ही ड्राइवर समझकर निशाना न बना ले, इस वजह से वह वहां से निकलकर अपने घर ओलिव काउंटी चला गया.
क्या ड्राइवर की तलाश कर रहे थे डॉक्टर?
इसके बाद उसने अपने ड्राइवर को तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद पुलिस को ड्राइवर के बारे में जानकारी दी. पुलिस ने ड्राइवर को नोटिस भेजा. 30 तारीख को ड्राइवर ने कोर्ट से जमानत ले ली. ड्राइवर बरेली में भी उसकी गाड़ी चलाता था.
20 दिन पहले यहां दिल्ली आया था. ड्राइवर इशाक के पेपर आरटीओ से चेक करवाए थे. वह सही थे. डॉ. रावत ने कहा, 'अब कौन असली है? मैं नहीं जानता. मैं डरा हुआ था. मोबाइल बंद हो गया था. मैं ड्राइवर को तलाश रहा था. ड्राइवर असली है या नहीं वो ही जाने.'
वकील ने कहा- पुलिस ने की लापरवाही
इशाक अहमद को जमानत दिलाने वाले वकील का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही है. पुलिस को जो दस्तावेज भेजे गए थे, उसकी जांच करनी चाहिए थी. ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर कोर्ट में दस्तावेज जमा किया गया. लाइसेंस में जो फोटो है, वही शख्स कोर्ट में पेश हुआ. इसके दो जमानती भी थे, जो की अच्छे लेबल के अधिकारी हैं.
मौका-ए-वारदात पर हुई 4 लोगों की मौत!
बताते चलें कि 27 जनवरी की रात करीब 12 बजकर 15 मिनट के आसपास वैशाली के नहर किनारे सामने से आ रही ऑडी कार ने एक ऑटो को इतनी जबरदस्त टक्कर मारी की मौके पर ही ऑटो ड्राइवर समेत चार लोगो की दर्दनाक मौत हो गई.
इस वारदात की सूचना पर इन्द्रापुरम थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. उस समय तक कानपुर के रहने वाली एक युवती रिंकू यादव, उसका रिश्तेदार युजुवेन्द्र, विशाल और ऑटो ड्राईवर संजीव की मौत हो गई. ऑडी कार की रफ्तार करीब 100 किमी से भी तेज थी.