कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. लॉकडाउन के कारण प्रतिदिन कमाने वाले मजदूरों पर कोरोना महामारी की मार से ज्यादा भूख की मार पड़ रही है. मजदूर धीरे-धीरे अपने घरों के लिए पलायन कर रहे हैं, परिवहन के साधन न होने के कारण पैदल हीं रवाना हो गए हैं. लॉकडाउन में मजदूरों की अपनी मजबूरी है लेकिन उन्हें भी ये समझना होगा कि जान है तो जहान है. आज जब भीड़-भाड़ से दूर रहने की हिदायत है तो वो भीड़ का हिस्सा बन गए हैं. दिल्ली ही नहीं देश के कई शहरों से मजदूर पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पड़े हैं और वो भी भीड़ की शक्ल में. आज दिल्ली के विहार बस अड्डे पर मजदूरों की भीड़ उमड़ पड़ी घर जान के लिए. वहीं गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मजदूरों, गरीबों और बेघरों को लेकर निर्देश दिए हैं. गृह मंत्रालय के निर्देश में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार को कहा है कि मजदूरों और बेघरों लोगों के रहने की व्यवस्था की जाए, उन्हें खाने के साथ मेडिकल सुविधा भी दी जाए.