कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट (Corona Virus Delta Plus Varriant) तेजी से फैल रहा है. अब उत्तराखंड (Uttarakhand) में डेल्टा प्लस वेरिएंट के एक केस (New Case) की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि उधम सिंह नगर (Udham Singh Nagar) जिले में एक व्यक्ति में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है.
उधम सिंह नगर के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी अविनाश खन्ना ने कहा कि जिस व्यक्ति में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है, वह लखनऊ से लौटा है. उन्होंने कहा कि वह अब अपने माता-पिता के साथ लखनऊ में रह रहे हैं, जहां उनकी मां एक अस्पताल में नर्स के रूप में काम करती हैं.
स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खन्ना ने कहा कि उधम सिंह नगर जिले के दिनेशपुर में अपने प्रवास के दौरान उन्होंने जिन कुछ क्षेत्रों का दौरा किया था, उन्हें कंटेनमेंट जोन में बदल दिया गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने डेल्टा संस्करण के साथ-साथ डेल्टा प्लस सहित सभी डेल्टा वैरिएंट को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' बताया है.
UP में डेल्टा प्लस वैरिएंट के दो केस
इससे पहले उत्तर प्रदेश में दो लोगों में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिलने से हड़कंप मच गया है. इसमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि दूसरा होम आइसोलेशन में रहकर ठीक हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक, अप्रैल से मई महीने में कुल 850 सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए गया था, जिसमें सिर्फ 2 सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट पाया गया.
अप्रैल और मई में गोरखपुर के आसपास के 30 सैंपल जांच के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटिग्रेटिव बायोलॉजी (आईजीआईबी) की लैब में भेजे गए थे. 30 सैंपल में से 2 सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिला है जबकि 27 में डेल्टा वैरिएंट और एक में कप्पा वैरिएंट मिला है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित पहला शख्स देवरिया का रहने वाला था, जिसकी उम्र 66 साल थी और उसकी मृत्यु 29 मई को ही हो गई थी. जबकि दूसरा सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज की एक रेजिडेंट डॉक्टर का था, जो होम आइसोलेशन में रहकर ठीक हो जा चुकी है.