देश में कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण की आज शुरुआत हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह-सुबह एम्स पहुंचकर कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन 'कोवैक्सीन' की पहली डोज ली. पीएम मोदी के इस कदम की हर तरफ तारीफ हो रही है. इसके साथ ही एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि अब वैक्सीनेशन की रफ्तार और तेज होगी.
मेदांता अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर नरेश त्रेहान ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम के बाद कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर भ्रम दूर हो जाएगा और साफ हो जाएगा कि कोवैक्सीन सुरक्षित है, लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, इस वैक्सीन का कोई बड़ा साइड इफेक्ट अब तक सामने नहीं आया है, केवल थकान या बुखार जैसी शिकायतें आई हैं.
डॉक्टर नरेश त्रेहान ने कहा कि अभी हर्ड इम्युनिटी भारत में नहीं है, लेकिन हम इसे 6 महीने के भीतर हासिल कर सकते हैं, अगर हम लोगों का लक्ष्य के अनुसार टीकाकरण करवाते हैं, इस समय ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और 45 साल से अधिक गंभीर रोगियों को टीका लगाया जाना है.
आपको बता दें कि आज सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने एम्स में जाकर कोवैक्सीन का पहला टीका लगवाया. इस मौके पर एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया भी मौजूद थे. पुडुचेरी की नर्स सिस्टर पी निवेदा ने पीएम मोदी को कोवैक्सीन की पहली डोज दी. उनकी मदद के लिए केरल की नर्स सिस्टर रोसम्मा अनिल भी मौजूद थीं.
कोवैक्सीन को लेकर पिछले दिनों विपक्ष के कुछ नेताओं ने संदेह जताया था. इसे देखते हुए आम जनों के लिए वैक्सीनेशन का दौर शुरू होने से ठीक पहले पीएम मोदी का कोवैक्सीन लगवाना अहम कदम है. इससे कोरोना के पहले देसी वैक्सीन में आम लोगों का भरोसा जगेगा.