मुंबई में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि यहां जिन मरीजों में इस वैरिएंट का संक्रमण पाया गया है, उनमें से 90 फीसदी मरीजों की विदेश की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. ऐसे में यह ओमिक्रॉन का बेहद डरावना रूप माना जा रहा है, क्योंकि इसमें यह तक पता नहीं चल रहा कि जो मरीज कभी विदेश या फिर हाई रिस्क वाले देश में नहीं गया, वह संक्रमित कैसे हो गया.
इतना ही नहीं कोविड की जांच में जो लोग संक्रमित मिल रहे हैं, उनकी सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए यह पता लगाने को भेजे जा रहे हैं कि मरीज कहीं ओमिक्रॉन से ग्रसित तो नहीं, लेकिन आश्चचर्य ये है कि 65 फीसदी मरीजों में कोई लक्षण तक नजर नहीं आ रहे.
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कहा कि बीते दिन यानी गुरुवार को जिन 141 लोगों कोविड हुआ है, इनमें से किसी ने भी विदेश यात्रा नहीं की. साथ ही जिन 153 लोगों में ओमिक्रॉन के लक्षण पाए गए हैं, उनमें महज 12 लोगों की ही विदेश की ट्रैवल हिस्ट्री है.
मुंबई के 290 मरीजों में 160 ने नहीं किया ट्रैवल
मुंबई के स्वास्थ्य अधिकारी इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 198 लोग ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिले थे. इसमें से 190 केस सिर्फ मुंबई के हैं. BMC के मुताबिक अब मुंबई में ओमिक्रॉन के कुल केस 290 हैं, इनमें से 160 मरीज ऐसे हैं जिन्होंने विदेश यात्रा नहीं की.
मुंबई वेस्ट में सबसे ज्यादा मरीज
एजेंसी के मुताबिक गुरुवार को मिले मुंबई के 141 कोविड मरीजों में सबसे ज्यादा संक्रमित केस वेस्ट वार्ड (West Ward) से हैं. यहां 21 ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिले हैं. इसमें अंधेरी वेस्ट, जुहू और वर्सोवा शामिल हैं, इसके बाद वार्ड-डी (Ward-D) हैं, जिसमें मालाबार हिल, महालक्ष्मी और तारदेव क्षेत्र शामिल हैं. साथ ही इन 141 मरीजों में से 93 लोगों ने कोविड की दोनों डोज लगवाई थीं.
कम्युनिटी स्प्रैड का पता लगाया जा रहा
एजेंसी के मुताबिक अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि बीएमसी आज 375 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजेगी. ताकि ये पता लगाया जा सके कि क्या ओमिक्रॉन का कम्युनिटी स्प्रैड (community spread) हो रहा है. संभवतः 5-6 दिन में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही कम्युनिटी स्प्रैड की पुष्टि की जा सकेगी.