स्वास्थ मंत्रालय का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. इसी वजह से मामलों में वृद्धि हुई. 90% मामलों में डेल्टा वेरिएंट मिले थे. फिलहाल भारत में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 86 केस हैं. देश में कहीं भी डेल्ट प्लस वैरिएंट के मामलों में तेजी नहीं पाई गई है.
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में NCDC (national centre for disease control) के सुजीत सिंह ने बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 277 से अधिका जगहों की पहचान की गई है. 15 सैंपल INSACOG की लैब में भेजे गए हैं. कुछ जिलों में एक भी मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन हम 15 दिनों का बफर रखते हैं.
बूस्टर डोज पर हुई चर्चा
वहीं, डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि बूस्टर डोज पर NEGVAC इस पर चर्चा करता रहा है. पिछली बैठक में भी इस पर चर्चा की गई थी. हम इसके पीछे के साइंस को देख रहे हैं. WHO ने बूस्टर डोज पर रोक लगाने का आह्वान किया है, ये प्रॉसेस में है.
केरल से 51.51% मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटे में देश में 28,204 मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले कुछ दिनों से 40,000 के लगभग मामले प्रतिदिन दर्ज किए जा रहे थे, उसमें कमी आई है. पिछले हफ्ते देश में जितने कुल मामले दर्ज किए गए उसमें से 51.51% मामले सिर्फ केरल से दर्ज किए गए हैं.
पॉजिटिविटी रेट में गिरावट
उन्होंने कहा कि देश में अब सक्रिय मामले 4 लाख से भी कम हो गए हैं. अब 3,88,508 सक्रिय मामले हैं. रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है, अब रिकवरी रेट 97.45% है. पिछले 2 हफ्ते में 2% से भी कम पॉजिटिविटी रेट दर्ज की गई है, इस हफ्ते की पॉजिटिविटी रेट 1.87% है.
11 राज्यों में 44 जिलों में पॉजिटिविटी 10% से अधिक है. केरल में ऐसे 10 जिले हैं. 6 नॉर्थ ईस्ट राज्यों मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम में 29 जिले ऐसे हैं जहां केस पॉजिटिविटी रेट 10% से अधिक है.
वैक्सीन को लेकर क्या बोले?
लव अग्रवाल ने कहा कि जनवरी में हम वैक्सीन की 2.35 लाख डोज प्रतिदिन उपलब्ध करा पा रहे थे, जुलाई में यह बढ़कर 43.41 लाख डोज़ प्रतिदिन हुआ. अगर हम अगस्त महीने का औसत निकालें तो यह 49.11 लाख है.