कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की ओर से चिट्ठी लिखी गई थी. इस चिट्ठी पर अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ऐसे आसाधरण समय में अगर कांग्रेस के नेता भी आपके (मनमोहन सिंह) बेशकिमती सुझाव का पालन करें और आपसी सहयोग बनाए रखें, तो अच्छी बात होगी.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'ऐसा लगता है कि जिन लोगों ने आपकी चिट्ठी तैयार की, उन्होंने आपको पूरा जानकारी नहीं दी, कोरोना वैक्सीन के आयात को मंजूरी देने की आपने जो मांग 18 अप्रैल को की है, उसे 11 अप्रैल को ही इजाजत दे दी गई है. इसके साथ ही वैक्सीन निर्माण में धन और अन्य रियायतों का सुझाव भी पहले ही कर दिया गया है.'
History shall be kinder to you Dr Manmohan Singh ji if your offer of ‘constructive cooperation’ and valuable advice was followed by your @INCIndia leaders as well in such extraordinary times !
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 19, 2021
Here’s my reply to your letter to Hon’ble PM Sh @narendramodi ji 👍 @PMOIndia pic.twitter.com/IJcz3aL2mo
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'सरकार द्वारा टीके का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई वैक्सीन निर्माण संस्थाओं को वित्त पोषित किया गया है, आपने कोरोना टीकाकरण को लेकर चिंता जताई है, लेकिन आपकी पार्टी (कांग्रेस) के शीर्ष पदों पर बैठे लोग ऐसा नहीं मानते हैं, अभी तक कांग्रेस के बड़े नेताओं ने न हमारे वैज्ञानिकों और न ही कंपनियों की तारीफ की है.'
दरअसल, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वैक्सीनेशन में तेजी लानी होगी, क्योंकि ये कोरोना से जंग में अहम है. उन्होंने यह भी कहा है कि कितने लोगों को वैक्सीन लगा है, यह आंकड़ा ना देखकर इस पर फोकस किया जाए कि आबादी के कितने फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है.
कोरोना से हो रहे नुकसान का जिक्र करते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने 5 सुझाव दिए हैं. मनमोहन सिंह ने कहा है कि 45 साल से कम उम्र के लोगों को भी वैक्सीनेशन में छूट दी जाए. मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि अलग-अलग वैक्सीन को लेकर क्या आदेश हैं और अगले छह महीनों में डिलीवरी होने का क्या स्टेटस है.