कोरोना वायरस के खौफ ने पूरी दुनिया को जकड़ रखा है. भारत में केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की ओर से COVID-19 संक्रमण को कम से कम रखने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं. आंध्र प्रदेश सरकार ने ऐसे में अलग हटकर एक पहल की है. आंध्र सरकार COVID-19 को फैलने से रोकने के लिए गांव और वार्ड स्तर पर वॉलन्टियर्स के नेटवर्क का इस्तेमाल कर रही है. आंध्र प्रदेश में रविवार दोपहर तक कोरोना वायरस के 5 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं.
आंध्र सरकार ने इस मुहिम के लिए ‘घबराहट को ना, सावधानी को हां’ का नारा दिया है. राज्य में 11,158 गांव सचिवालय और 3786 वार्ड सचिवालय के करीब साढ़े चार लाख वॉलन्टियर्स और सचिव कोरोना योद्धाओं के तौर पर सामने आए हैं. ये सब दिन रात वायरस के फैलाव को रोकने के लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
नियंत्रण उपायों के तहत सभी वॉलन्टियर्स को घर-घर जाकर सर्वे करने के लिए कहा गया है. ये देख रहे हैं कि किसी घर में कोई हाल में विदेश से तो नहीं लौटा है. जहां भी ऐसे लोग पाए जाते हैं, तो सुनिश्चित किया जाता है कि वो घर पर ही आइसोलेशन में रहें. टारगेट 1.41 करोड़ घरों में से अब तक 1.33 करोड़ को कवर किया जा चुका है. इस मुहिम के तहत 12,953 विदेश से लौटे लोगों का पता लगाया गया है. इनमें से 2,052 ने 28 दिन की निगरानी अवधि पूरी कर ली है. 10,841 अब भी घरों पर आइसोलेशन में है. 60 लोगों को अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है.
एक महीने से भी ज्यादा समय से वॉलन्टियर्स विदेश से आए लोगों की पहचान करने और उनका आइसोलेशन सुनिश्चित करने में जुटे हैं. ये वॉलन्टियर्स गांवों से एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर ये भी देखते हैं कि कोई व्यक्ति किसी विदेश से लौटे शख्स के संपर्क में आया है क्या या किसी में कोरोना वायरस के लक्षण दिख रहे हैं? अगर वो कोरोना वायरस का कोई संदिग्ध केस पाते हैं, तो तत्काल मेडिकल टीम को अलर्ट कर उसे आइसोलेशन में भेज देते हैं.
अभी तक विशाखापट्टनम इंटरनेशनल एयरपोर्ट और सीपोर्ट्स पर 11,640 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. 160 लोगों के सेम्पल टेस्ट के लिए भेजे जा चुके हैं, जिनमें 130 कोरोना वायरस निगेटिव पाए गए. 25 की रिपोर्ट आना बाकी है. जो पांच पॉजिटिव केस सामने आए हैं, उनके तीन किलोमीटर के दायरे में अधिकारी चेकअप ड्राइव चला रहे हैं.
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वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के आंध्र प्रदेश की सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इन वॉलन्टियर्स की नियुक्ति की थी. महीने की हर पहली तारीख को ये वॉलन्टियर्स दरवाजे-दरवाजे जाकर लाभार्थियों को पेशन देने के अलावा राशन की डिलिवरी और अन्य कल्याण योजनाओं के लाभ पहुंचाते हैं. मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में वॉलन्टियर्स के काम को सराहते हुए लोगों से उनके लिए तालियां बजाने की अपील की है.