पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने पुष्टि की है कि अगर ट्रायल्स कामयाब रहे तो तीन हफ्ते में Covid-19 वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा.
इससे पहले SII की ओर से एक प्रेस रिलीज में अपने आगे के रोडप्लान को स्पष्ट किया गया था. SII की टीम ब्रिटेन स्थित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के डॉक्टर हिल के साथ मिलकर काम कर रही है.
इंस्टीट्यूट की प्रेस रिलीज के मुताबिक, उम्मीद की जाती है कि सितंबर-अक्टूबर तक वैक्सीन बाजार में आ जाएगी. ये उसी सूरत में होगा अगर ट्रायल्स सभी ज़रूरी सुरक्षा मानदंडों और कारगर रहने की गारंटी को लेकर आश्वस्त करने में कामयाब रहे.
भारत में वैक्सीन के ट्रायल्स मई में शुरू होने की उम्मीद
SII की ओर से वैक्सीन का उत्पादन ब्रिटेन में सितंबर-अक्टूबर तक क्लिनिकल ट्रायल के सफल होने के अनुमान के साथ किया जाएगा. वैक्सीन दो-तीन हफ्ते में जनता को उपलब्ध नहीं होगा. SII को भारत में वैक्सीन के अपने ट्रायल्स मई में शुरू करने की उम्मीद है. साथ ही इस वैक्सीन के बाजार में सितंबर-अक्टूबर तक बाज़ार में आने की उम्मीद है बशर्ते कि ट्रायल्स कामयाब रहें.
पुणे में SII की प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी Covid-19 वैक्सीन को बनाने के लिए पूरी तरह लैस है. इसके अलावा इंस्टीट्यूट COVID-19 वैक्सीन के लिए एक नई फैसिलिटी का निर्माण कर रहा है. इसे पूरा होने में करीब 2-3 साल लगेंगे. मौजूदा यूनिट्स में से एक में वैक्सीन का उत्पादन करीब 3 हफ्ते में शुरू हो जाएगा.
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SII का लक्ष्य पहले 6 महीनों के लिए प्रति माह 40 से 50 लाख डोज का निर्माण करना है. इसके बाद इसे बढ़ाकर हर महीने एक करोड़ डोज तक ले जाया जा सकेगा. SII सितंबर तक 2 से 4 करोड़ डोज बनाने की उम्मीद जता रहा है.