कोरोना काल में भारत कई देशों के लिए संकटमोचक बनकर उभरा है. इन देशों को भारत अब तक जरूरी सामानों से लेकर कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत ने विभिन्न देशों को 361.94 लाख कोरोना वैक्सीन प्रदान की है, जिसमें से 67.5 लाख खुराक अनुदान सहायता के रूप में और 294.44 लाख की आपूर्ति की गई है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति आने वाले हफ्तों और महीनों में चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगी, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के लिए घरेलू आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत ने राजनयिक कोर के सभी सदस्यों और देश में स्थित उनके परिवारों को स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए टीके भी पेश किए हैं, यह न केवल देशों के राजनयिकों को बल्कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों और भारत में काम करने वाले अंतर सरकारी प्राधिकरणों को भी प्रदान किया गया है.
भारत ने बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान, मालदीव, मॉरीशस, सेशेल्स, श्रीलंका, बहरीन, ओमान, अफगानिस्तान, बारबाडोस और डोमिनिका जैसे देशों को उपहार के रूप में एंटी-कोरोनावायरस वैक्सीन खुराक की खेप भेजी है. जिन देशों को वाणिज्यिक आधार पर टीके भेजे गए हैं, उनमें ब्राजील, मोरक्को, बांग्लादेश, म्यांमार, मिस्र, अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, कुवैत और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं.
19 जनवरी को भारत ने कहा था कि वह कई देशों को अनुदान सहायता के तहत टीके भेजेगा. भारत दुनिया के सबसे बड़े दवा निर्माताओं में से एक है और कई देशों ने हमसे एंटी-कोरोनावायरस वैक्सीन की खरीद के लिए संपर्क किया है.
कई देशों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन देने के कदम की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तारीफ की है. डब्लूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया और कहा कि भारत वैक्सीन को साझा करके 60 से अधिक देशों को उनके स्वास्थ्यकर्मियों अन्य प्राथमिकता समूहों का टीकाकरण शुरू करने में मदद कर रही है, मुझे उम्मीद है कि अन्य देश आपके उदाहरण का अनुसरण करेंगे.