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Omicron coronavirus: तीसरी लहर का खतरा, बूस्टर डोज की बहस... 5 दिन में 10 गुना बढ़ गए ओमिक्रॉन के केस

Omicron Variant in India: देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों की (omicron cases in india) संख्या बढ़कर 23 पहुंच गई है. 2 दिसंबर को पहला केस आया था और तब से अब तक मामलों में 10 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हो गई है. इस बीच तीसरी लहर (third wave) का खतरा भी बढ़ गया है.

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देश के 5 राज्यों तक पहुंच गया है ओमिक्रॉन वैरिएंट. (फाइल फोटो-PTI)
देश के 5 राज्यों तक पहुंच गया है ओमिक्रॉन वैरिएंट. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 5 दिन में 10 गुना बढ़ गए ओमिक्रॉन के केस
  • ओमिक्रॉन से तीसरी लहर का खतरा भी बढ़ा
  • महाराष्ट्र में 10, राजस्थान में ओमिक्रॉन के 9 केस

Omicron Variant in India: कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट अब डराने लगा है. देश में 2 दिसंबर को ओमिक्रॉन का पहला केस आया था और अब 23 केस (omicron cases in india) हो गए हैं. यानी 5 दिन में ही 10 गुना से ज्यादा बढ़ोतरी. सिर्फ 5 दिन में ही दक्षिण अफ्रीका से आए ओमिक्रॉन का हमला 5 राज्यों तक हो चुका है. महाराष्ट्र में 10, राजस्थान में 9, कर्नाटक में 2, दिल्ली और गुजरात में 1-1 मरीज मिल चुके हैं. 

देश में सबसे पहले ओमिक्रॉन के दो केस कर्नाटक में सामने आए थे. उसके बाद गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान तक पहुंच गया. राजस्थान के जयपुर में 9 मामले आ चुके हैं. ये सभी एक ही परिवार के हैं. परिवार के 4 लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटा था और उसी से बाकी 5 लोगों में ओमिक्रॉन फैल गया. लेकिन चिंता की बात ये है कि ये परिवार 28 नवंबर को जयपुर में एक शादी समारोह में शामिल हुआ था. अब प्रशासन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर बाकी लोगों की जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रहा है, ताकि इसे फैलने से रोका जा सके.

राजस्थान के अलावा ओमिक्रॉन ने महाराष्ट्र पर बड़ा हमला किया है. यहां अब तक 10 लोग इस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं. सभी लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन का पहला केस 4 दिसंबर को आया था. यहां डोम्बिली में 1, पिंपरी चिंचवाड़ में 2, पुणे में 1 और मुंबई में 2 केस मिले हैं. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि सोमवार को जोहान्सबर्ग से मुंबई लौटे 2 लोगों में ओमिक्रॉन मिला है. इन्हें वैक्सीन की दोनों डोज भी लग चुकी थी.

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मरीजों में क्या लक्षण?

अब तक मिले ओमिक्रॉन के मरीजों में एक बात कॉमन है कि किसी को गंभीर लक्षण जैसे सांस लेने में दिक्कत या ऑक्सीजन की कमी या शरीर में गंभीर संक्रमण फैलने जैसी समस्या नहीं दिखाई दी है. गुजरात के जामनगर में भी जिम्बाब्वे से लौटा शख्स ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है. दिल्ली में भी तंजानिया से लौटे एक शख्स में इस वैरिएंट की पुष्टि के बाद प्रशासन अलर्ट पर है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि तंजानिया से लौटा ये शख्स किस-किससे मिला था, उसकी जानकारी जुटाई जा रही है.

ये भी पढ़ें-- Omicron को रोकने के लिए क्या फिर पड़ेगी भारत में लॉकडाउन की जरूरत? जानें एक्सपर्ट्स के जवाब

क्या भारत में आने वाली है तीसरी लहर?

ओमिक्रॉन ने भारत में तीसरी लहर का खतरा भी बढ़ा दिया है. आईआईटी के साइंटिस्टेस मनिंद्र अग्रवाल ने अनुमान लगाया है कि ओमिक्रॉन के चलते भारत में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. फरवरी में इसका पीक हो सकता है और उस समय हर दिन 1 से 1.5 लाख केस आ सकते हैं. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि दूसरी लहर की तुलना में ये कम खतरनाक होगी.

तीसरी लहर का खतरा इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि पिछले एक हफ़्ते में दक्षिण अफ्रीका में कोरोना केस 408 प्रतिशत की दर से बढ़े हैं. ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले एक दिन में 53 फीसदी तक बढ़ गए हैं. अब तक ब्रिटेन में 246 मामले कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के आ चुके हैं. चिंता की बात ये भी है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बावजूद लोगों को ओमिक्रॉन संक्रमण हो रहा है.

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लोगों की लापरवाही लाएगी तीसरी लहर!

लेकिन भारत के मामले में एक और पहलू है जो तीसरी लहर को दावत दे रहा है और वो है लोगों की लापरवाही. बाज़ारों में भीड़ और बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के आराम से घूम रहे लोगों को देखकर कोई भी यही कहेगा कि देश में तीसरी लहर बहुत तेज़ गति से आ सकती है. दिल्ली में ओमिक्रॉन आ चुका है लेकिन यहां के लोग बाजारों में बेखौफ घूम रहे हैं. लोग न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही दो गज की दूरी बना रहे हैं. 

देश के सबसे बड़े बाजारों में से एक दिल्ली के सदर बाजार में लोग लापरवाह घूम रहे हैं. जब देश में ओमिक्रॉन के केस लगातार बढ़ रहे हैं, तब यहां लोग मास्क लगाने से भी परहेज कर रहे हैं.

इस बात में कोई शक नहीं है कि नया वैरिएंट 5 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है. लेकिन ये कितना जानलेवा साबित होगा ये 5-7 दिनों में WHO की नई रिपोर्ट में साफ हो जाएगा. हालांकि जिस तरह की लापरवाही लोग कर रहे हैं उससे ये आशंका बढ़ गई है कि कहीं अगले कुछ हफ्तों में देश खुद ही तीसरी लहर से ना टकरा जाए.

बूस्टर डोज को लेकर भी हलचल तेज

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दुनिया के कई देशों में वैक्सीन की तीसरी डोज या बूस्टर डोज लगाई जा रही है और अब ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ने के बाद भारत में भी बूस्टर डोज को लेकर बहस छिड़ गई है. सरकार एक्सपर्ट से बूस्टर डोज को लेकर लगातार बात कर रही है. इसी बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज दी जाए ताकि तीसरी लहर के खतरे का सामना किया जा सके.

(आजतक ब्यूरो)

 

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