पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ बनर्जी ने लिखा, ‘क्या विदेश मंत्रालय हमें ये कह रहा है कि जॉर्जिया से लोगों को गुजरात लाया जा सकता है, लेकिन कोलकाता नहीं. वहीं, लोग किर्गिस्तान से बिहार आ सकते हैं, लेकिन बंगाल नहीं. विदेश मंत्रालय को ये भेदभाव रोकना चाहिए.
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जिसपर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने जवाब दिया है. उन्होंने लिखा, ‘विदेश मंत्रालय राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करता है. भारत सरकार की ओर से वंदे भारत मिशन विदेश में फंसे भारतीयों के लिए है, उसमें बंगाल के लोग भी शामिल हैं. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से 3700 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है जो वापस आने के लिए तैयार हैं.
Will gladly facilitate flights to Kolkata if state government will confirm arrangements to receive and quarantine. Will also help in return of WB residents through land borders with neighbors. We hope to receive an early response on the matter. (2/2)@MoCA_GoI @HomeSecretaryWB
— Anurag Srivastava (@MEAIndia) May 14, 2020
अनुराग श्रीवास्तव ने लिखा कि हम फ्लाइट की व्यवस्था करवाने के लिए तैयार हैं, अगर आपकी सरकार क्वारनटीन और उन्हें रिसीव करने का भरोसा दे. इसके अलावा पड़ोसी मुल्कों में बॉर्डर पर जो बंगाल के नागरिक फंसे हैं, उन्हें भी वापस लाने में मदद करेंगे. हमें उम्मीद है कि आप इसका जल्द जवाब देंगे.
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गौरतलब है कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच कई मसलों पर केंद्र और बंगाल सरकार की ठनी हुई है. पहले मजदूरों को लेकर श्रमिक ट्रेनों को लेकर विवाद हुआ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ममता सरकार को चिट्ठी लिखी, साथ ही रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ममता सरकार पर आरोप लगाया. इसके बाद गुरुवार को श्रमिकों के लिए 100 से अधिक ट्रेनों की मंजूरी दी गई.