दुनिया के तमाम देशों में एक बार फिर कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में दुनियाभर में कोरोना के 11 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं. इतना ही नहीं इस दौरान 2917 लोगों ने महामारी के चलते अपनी जान गंवाई है. दुनिया के सबसे प्रभावित देश की बात करें, तो साउथ कोरिया में अभी सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं. कोरिया में पिछले 24 घंटे में 3.34 लाख केस मिले हैं. यहां पिछले तीन दिन में करीब 11 लाख से ज्यादा कोरोना केस मिले हैं. उधर, चीन में एक बार फिर कोरोना से हालात बेकाबू होने लगे हैं. ऐसे में कई जगहों पर नए प्रतिबंधों का ऐलान किया गया है.
साउथ कोरिया में 20 मार्च को कोरोना के 334708 केस मिले. वहीं, 19 मार्च को 381329 केस और 18 मार्च को 407017 केस मिले. यहां पिछले तीन दिन में करीब 900 से ज्यादा लोगों की जान गई है. साउथ कोरिया में अब तक 9,582,815 लोग संक्रमित हो चुके हैं. 12,757 लोग महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं.
चीन में मिले 4000 से ज्यादा केस
चीन कोरोना से दो साल में सबसे बुरे दौरा का सामना कर रहा है .यहां रविवार को जिलिन प्रांत के दूसरे सबसे बड़े शहर जिलिन (Jilin) में प्रतिबंधों का ऐलान किया गया है. स्थानीय प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के चलते सोमवार से 45 लाख लोग घरों में कैद हो गए. चीन में रविवार को 4,000 से ज्यादा नए केस मिले. इनमें से दो तिहाई केस जिलिन प्रांत में मिले. जिलिन की सीमा उत्तरी कोरिया और रूस से मिलती है.
चांगचुन प्रशासन ने कहा है कि प्रतिबंध और कड़े किए जाएंगे. यहां 11 मार्च से 90 लाख लोग घरों में कैद हैं. यहां लोगों को दो दिन में सिर्फ एक बार खाने का सामान खरीदने के लिए घरों से बाहर आने की छूट है. इससे पहले शनिवार को चीन में कोरोना से दो लोगों की मौत हो गई. एक साल से ज्यादा समय के बाद चीन में कोरोना से किसी की जान गई है. चीन के कई राज्यों में करोड़ों लोग लॉकडाउन में रह रहे हैं.
क्या भारत में भी आएगी कोरोना की लहर, क्या कह रहे एक्सपर्ट
दुनियाभर में भले ही कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन भारत को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में भविष्य में आने वाली कोरोना की लहरों के गंभीर प्रभाव होने की संभावना नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में तेजी से हो रहे वैक्सीनेशन और नेचुरल इम्युनिटी के चलते आने वाले समय में कोरोना की लहरों का गंभीर प्रभाव होने की संभावना नहीं है. वहीं, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के केस और डेथ कम हुए हैं, ऐसे में सरकार को अनिवार्य मास्क में ढिलाई देने पर विचार करना चाहिए. भारत में सोमवार को कोरोना के 1,549 केस सामने आए हैं. वहीं, 31 लोगों की मौत हुई है. देश में अभी 25,106 एक्टिव केस हैं.
AIIMS के एक्सपर्ट और कोवैक्सिन ट्रायल के प्रमुख डॉ संजय राय ने कहा, SARS-CoV-2 एक RNA वायरस है. इसमें म्यूटेशन होना तय है. उन्होंने कहा, अभी तक 1,000 म्यूटेशन हो चुके हैं. लेकिन सिर्फ 5 वैरिएंट ने चिंताएं बढ़ाई हैं.
डॉ राय ने कहा, पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर भारत के लिए विनाशकारी साबित हुई. यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन मौजूदा समय में यह हमारी मुख्य ताकत है. क्योंकि नेचुरल संक्रमण सुरक्षा की बेहतर और लंबी अवधि प्रदान करता है. इसके साथ ही भारत में बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन हो रहा है.