देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. हर दिन कोरोना वायरस के नए मामलों की पुष्टि हो रही है. असम में भी कोरोना वायरस के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है. वहीं असम सरकार का कहना है कि बाहर से आने वाले लोगों को अब होम क्वारनटीन नहीं किया जाएगा.
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असम सरकार ने मंगलवार को फैसला किया कि राज्य में बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारनटीन नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें सीधे इंस्टीट्यूशनल क्वारनटीन किया जाएगा. इसके पीछे तर्क दिया गया है कि राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमित मामले 139 से बढ़कर 682 पहुंच गए हैं.
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संसदीय मामलों के मंत्री चंद्र मोहन ने कहा कि मंत्रिमंडल ने बाहर से आने वाले लोगों के लिए सख्त क्वारनटीन की आवश्यकता पर जोर दिया है. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की एक बैठक हुई. जिसमें फैसला किया गया कि असम में संक्रमित मामलों की संख्या के मद्देनजर क्वारनटीन मानदंडों को कड़ाई से लागू किया जाएगा.
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जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से यह फैसला किया गया है कि जो अभी असम राज्य में बाहर से आता है उसे होम क्वारनटीन की बजाय इंस्टीट्यूशनल क्वारनटीन में ही रखा जाएगा. दरअसल, असम में 134 नए कोरोना वायरस के मरीजों की पुष्टि हुई है. जिसके कारण कोरोना मरीजों का आंकड़ा 680 के पार पहुंच चुका है.
असम में कितने मामले?
बता दें कि असम में अब तक कोरोना वायरस के 682 पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से 62 कोरोना मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. असम में अभी कोरोना वायरस के 613 एक्टिव केस हैं. वहीं असम में कोरोना वायरस के कारण अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है.