देश में कोरोना का टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने से पहले 8 जनवरी को सभी जिलों में ड्राई रन किया जाएगा. इससे पहले, 2 जनवरी को पूरे देश में टीकाकरण का ड्राई रन किया गया था. वैक्सीनेशन के लिए पहला ड्राई रन 28 और 29 दिसंबर को देश के 4 राज्यों में कुछ जगहों पर किया गया था.
पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन को लेकर अच्छे रिजल्ट सामने आए थे, जिसके बाद सरकार ने पूरे देश में ड्राई रन को लागू करने का फैसला किया था. और अब एक बार फिर सरकार ने ड्राई रन कराने का फैसला लिया है.
उधर, टीकाकरण को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन गुरुवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. डॉ. हर्षवर्धन वैक्सीन वितरण को लेकर राज्य सरकार की तैयारियों की जानकारी लेंगे. कल 12.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ये बैठक होगी. इस बैठक में वैक्सीनेशन की आधारभूत तैयारियों की समीक्षा होगी.
बता दें कि देश में टीकाकरण कार्यक्रम अगले हफ्ते से शुरू हो सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को बताया था कि कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण का कार्यक्रम 10 दिन बाद शुरू हो सकता है. कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को लेकर DCGI ने 3 जनवरी (रविवार) को अपनी मंजूरी दी थी. इस लिहाज से 13 या 14 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू हो सकता है.
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भारत में कोरोना की दो वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की इजाजत मिली है. कोरोना के टीके को मंजूरी मिलने के बाद देश अब टीकाकरण कार्यक्रम का इंतजार कर रहा है.
ड्राई रन में क्या होता है?
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, ड्राई रन में अस्पताल तक जाने, लोगों को बुलाने, फिर डोज देने की पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाता है. मुख्य रूप से इसमें वैक्सीन के स्टोरेज, वितरण और टीकाकरण की तैयारियों को परखा जाता है. जो कि शहर के बड़े सरकारी अस्पतालों या अन्य जगहों पर की जा रही हैं.
चार राज्यों में दो दिन तक चला था ड्राई रन
2 जनवरी को पूरे देश में ड्राई रन चलाने से पहले पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन किया गया. पंजाब के लुधियाना और शहीद भगत सिंह नगर में इस दौरान पूरे सिस्टम को ऑनलाइन अपनाया गया. वैक्सीन के स्टोरेज से लेकर लोगों को जानकारी देने तक प्रक्रिया का ऑनलाइन तरीके से पालन किया गया.