राजस्थान में कुछ राहत के बाद कोरोना एक बार फिर से पैर पसार रहा है. अब राजस्थान के सभी जिले कोरोना की जद में आ चुके हैं. बुधवार को एक साथ 202 मरीजों के साथ एक दिन में कोरोना मामले का रिकॉर्ड बन गया. जयपुर में कोई इलाका नहीं बचा है जहां कोरोना के मामले नहीं है.
राज्य में कोरोना से मरने वाले लोगों का आंकड़ा भी 122 पहुंच गया है. जयपुर में 2 दिन की बच्ची की भी मौत कोरोना से हो गई. इस बीच राजस्थान सरकार ने सार्वजनिक परिवहन, सैलून, शॉपिंग मॉल और सिनेमा हॉल को छोड़कर कंटेनमेंट एरिया से बाहर सबकुछ खोल दिया है. होटल, रेस्टोरेंट, शोरूम सब कुछ खुलेंगे, लेकिन राजस्थान में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों की वजह से लोग अपनी दुकानें अभी नहीं खोल रहे हैं.
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जयपुर के एमआई रोड पर सभी चीजों का शोरूम है. यहां सड़कों पर ट्रैफिक तो दिख रहा है, लेकिन दुकानें अभी नहीं खुल रही हैं. जयपुर में बुधवार को एक दिन में 17 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. इसके अलावा 8 सब्जी वाले भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए.
कोरोना मुक्त जिल फिर से प्रभावित
बाहर से आए प्रवासी मजदूरों की वजह से राजस्थान के कोरोना मुक्त जिलों में भी कोरोना ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. अब तक ग्रीन जोन में रहे राजस्थान के 4 जिलों के अलावा कोरोना मुक्त हुए 2 जिलों में भी प्रवासी मजदूर कोरोना लेकर पहुंच गए हैं. राजस्थान में अब तक 33 गांव और 22 कस्बों में 180 से ज्यादा प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव निकले हैं.
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राजस्थान में अब तक करीब तीन लाख प्रवासी मजदूर राजस्थान आए हैं, जबकि अनधिकृत रूप से दो लाख से ज्यादा प्रवासी राजस्थान आ चुके हैं. राजस्थान के जालोर-सिरोही, बारा, बाड़मेर और राजसमंद जैसे जिले ग्रीन जोन में थे, मगर यहां भी प्रवासी मजदूरों की वजह से कोरोना पहुंच गया है. चूरू और भीलवाड़ा जिले में कोरोना खत्म हो गया था, लेकिन दूसरे राज्यों से आए लोग यहां भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.
राजस्थान आने के लिए करीब 14 लाख प्रवासियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिसमें से 8 लाख गुजरात और मुंबई से आने वाले हैं. जितने भी प्रवासी पॉजिटिव निकले हैं उनमें से ज्यादातर मुंबई और गुजरात से आए हुए प्रवासी हैं.
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