दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने अब दिल्ली के हालात पर सवाल खड़े किए हैं. मनीष तिवारी ने ट्वीट कर लिखा कि उन्हें अपनी पत्नी का टेस्ट करवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी.
मंगलवार सुबह मनीष तिवारी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि डॉक्टरों की सलाह के बाद मेरी पत्नी का कोरोना वायरस टेस्ट करवाया गया. गनीमत है कि वो नेगेटिव आई हैं. दिल्ली के एक अस्पताल के बड़े कैंपस और वहां के हर प्रोफेशनल को जानने के बावजूद मुझे टेस्ट करवाने के लिए ज़मीन-आसमान एक करना पड़ा. दिल्ली का स्वास्थ्य सिस्टम पूरी तरह से विफल हो गया है.
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My wife on written advise of her doctors was asked to test for COVID-19.Fortunately she tested negative.Despite growing up on a hospital Campus&knowing every Medical Proffessional of consequence I had to move heaven& earth just to get her tested.Delhi’s health systems are broken.
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 9, 2020
बता दें कि दिल्ली में स्वास्थ्य सिस्टम को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. बीते दिनों कई मामले ऐसे सामने आए हैं जहां पर दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों को एडमिट नहीं किया जा रहा है, या फिर टेस्ट ही नहीं हो रहा है. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में लगातार टेस्टिंग कम हुई है, जिसके बाद केजरीवाल सरकार निशाने पर है.
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विपक्ष का आरोप है कि दिल्ली में अब रोज अधिक मामले आ रहे हैं, ऐसे में सरकार ने टेस्टिंग की संख्या को घटा दिया है. हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन आरोपों को गलत बताया और दावा किया कि दिल्ली टेस्टिंग के मामले में देश में सबसे आगे है.
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गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए ऐलान किया था कि दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का ही टेस्ट होगा, लेकिन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इस फैसले को पलट दिया. साथ ही सरकार ने कहा था कि जिनमें काफी कम लक्षण हैं, उन्हें टेस्ट की जरूरत नहीं है. इस फैसले को भी बदला गया है.