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US एक्सपर्ट फरीद जकारिया ने चीन की तारीफ की, बोले- कोरोना से लड़ने में पिछड़ गए ट्रंप

अमेरिकी विदेशी मामलों के विश्लेषक फरीद ज़कारिया ने कहा है कि एक शख्स जितनी कल्पना कर सकता है, चीन उससे कहीं बेहतर ढंग से कोरोना वायरस की महामारी से निपटने में कामयाब रहा है.

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चीन ने कोरोना वायरस के मामले अब बहुत कम हो गए हैं (फोटो-PTI)
चीन ने कोरोना वायरस के मामले अब बहुत कम हो गए हैं (फोटो-PTI)

  • अमेरिकी विदेशी मामलों के विश्लेषक ने चीन की तारीफ की
  • कोरोना के मामले में अमेरिका को निपटने में बताया है फेल

अमेरिकी विदेशी मामलों के विश्लेषक फरीद ज़कारिया ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने को लेकर चीन की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि एक शख्स जितनी कल्पना कर सकता है, चीन उससे कहीं बेहतर ढंग से कोरोना वायरस की महामारी से निपटने में कामयाब रहा है. अमेरिका में रहने वाले फरीद ज़कारिया ने इंडिया टुडे के साथ विशेष बातचीत में यह बात कही है.

चीन में कोरोना वायरस से कुल 81,620 लोग संक्रमित थे जिनमें 3,322 ने दम तोड़ दिया. वहीं पूरी दुनिया भर में कोरोना से मरने वालों की तादाद 62 हजार के पार पहुंच गई है.

14 दिन घर पर रहें, मर जाएगा कोरोना

इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल के साथ विशेष बातचीत में फरीद ज़कारिया ने कहा, 'अगर दुनियाभर में लोग 14 दिन घर पर रह जाएं तो कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा.'

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फरीद ज़कारिया ने कहा, 'सैद्धांतिक रूप से यह मुमकिन था क्योंकि वायरस आगे नहीं बढ़ पाएगा, हालांकि, यह एक व्यावहारिक समाधान नहीं था.' उन्होंने कहा, "हर किसी को जितना संभव हो, इस समय एक-दूसरे से दूरी बनाकर रहना चाहिए."

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फरीद ज़कारिया ने कहा, "यदि आप उन देशों को देखें, जैसे दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, हांगकांग और यहां तक कि चीन (कोरोनो वायरस से निपटने में) ने सफलता पाई है, तो इसका मतलब है कि आपको ट्रांसमिशन की प्रक्रिया को रोकना होगा," उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को तभी रोका जा सकता है, जब प्रत्येक व्यक्ति यह रवैया अपनाए कि उन्हें इसे रोकना है.

अमेरिका को लग सकता है आर्थिक झटका

फरीद जकारिया ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय तक एक बड़ी समस्या के रूप में कोरोना वायरस की अनदेखी करते रहे. अब स्थिति ये हो गई है कि अमेरिका को आर्थिक झटका लग सकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका, पहले वैश्विक स्वास्थ्य संकट मसलन इबोला, स्वाइन फ्लू से लड़ने में अगुवा रहा है, लेकिन कोरोना के मामले में वह फेल रहा है.

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