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महाराष्ट्र में पाबंदियों के बीच पलायन तेज: ट्रेन, ऑटो, बसों से यूपी-बिहार लौट रहे हैं लोग

देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों के बीच लॉकडाउन का डर सताने लगा है. यही वजह है कि पिछले साल की तरह ही इस बार भी प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. महाराष्ट्र में काम करने वाले मजदूर ऑटो से ही यूपी-बिहार अपने घर लौटने के लिए निकल पड़े हैं.

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ऑटो से ही बिहार अपने घर लौटते लोग.
ऑटो से ही बिहार अपने घर लौटते लोग.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लॉकडाउन के डर से मजदूरों का फिर पलायन
  • महाराष्ट्र से यूपी-बिहार जा रहे हैं लोग
  • पुणे की चाकन इंडस्ट्री के 10% कामगार घर लौटे

देश में एक तरफ कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं, दूसरी तरफ लॉकडाउन का डर भी सताने लगा है. महाराष्ट्र में बुधवार से लॉकडाउन जैसी पाबंदियां ही लगने जा रही हैं. फर्क बस इतना है कि सरकार ने इसे लॉकडाउन का नाम नहीं दिया है. लेकिन इससे पहले ही महाराष्ट्र में काम करने वाले लोगों को लॉकडाउन का डर सताने लगा है. यही वजह है कि नौकरी करने मुंबई पहुंचे लोग वापस यूपी-बिहार की तरफ लौटने लगे हैं. 

सिर्फ मुंबई ही नहीं, बल्कि पुणे से भी लोगों का पलायन शुरू हो गया है. पिछले कुछ दिनों से पुणे रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई है. फेडरेशन ऑफ चाकन इंडस्ट्री के सचिव दिलील बेतवाल ने बताया कि यहां चाकन इंडस्ट्री में करीब 5 लाख मजदूर काम करते हैं, लेकिन लॉकडाउन के डर से 10% कामगार अपने घरों को लौट चुके हैं. 

मुंबई में काम करने वाले लोग ऑटो से ही यूपी-बिहार के लिए निकल पड़े हैं. मुंबई से चलकर ये सभी लोग पहले इंदौर और फिर उसके बाद भोपाल से होते हुए यूपी और बिहार की ओर जा रहे हैं. आजतक ने जब भोपाल बायपास से गुज़र रहे ऐसे लोगों से बात की तो मालूम हुआ कि मुंबई से बड़ी संख्या में लोग लॉकडाउन की आहट के बीच अपने घरों और गांवों की ओर वापस लौट रहे हैं. पिछले साल लॉकडाउन खत्म होने के बाद जो लोग अक्टूबर में मुंबई लौटे थे, वो अब 6 महीने बाद ही अपने गांव और घरों की ओर वापस जाने के लिए मजबूर हैं. 

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तस्वीर 8 अप्रैल की है. लॉकडाउन की आहट से ही महाराष्ट्र के ठाणे से लोग अपने घर लौटने के लिए बस का इंतजार कर रहे हैं. (फोटो-PTI)

मुंबई में रहकर ऑटो चलाने वाले जावेद अपने ऑटो से ही मुंबई और गया की करीब 2 हज़ार किलोमीटर लंबी दूरी तय कर रहे हैं. दो दिन पहले मुंबई से निकले जावेद ने बताया कि मुंबई में लॉकडाउन की आशंका के बाद से उन्हें डर सता रहा है कि पिछले साल की तरह हालात ना हो जाएं, इसलिए वो अपने साथियों के साथ गया स्थित अपने गांव वापस जा रहे हैं. जावेद के साथ ऑटो में सवार उनके साथियों ने बताया कि वो सभी मुंबई में रहकर ऑटो चलाते हैं और बाहर ही खाना खाते थे, लेकिन ज्यादातर जगहें अब बंद हैं और लोग फंस न जाएं इसलिए वापस जा रहे हैं. 

वहीं मुंबई में करीब 20 साल से रहने वाले अवनीश जो फिलहाल ओला कैब चलाते हैं, अपने गांव के ही रहने वाले अन्य लोगों और परिवार के साथ मुंबई से उत्तर प्रदेश के वाराणसी की ओर जा रहे हैं. अवनीश के मुताबिक मुंबई से बाहर के लोगों के लिए आने वाले दिनों में परेशानी और बढ़ सकती है, इसलिए पहले परिवार को भेजा और अब एक मारुति ईको में सवार होकर 8 लोग अपने गांव जा रहे हैं. इनके साथ एक छोटा बच्चा भी है. इनका कहना है कि काफी लोग इन दिनों मुंबई छोड़ रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों के लिए कोई व्यवस्था महाराष्ट्र या मध्य प्रदेश में नहीं दिखी है.

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महाराष्ट्र में आज से पाबंदियां लागू होंगी

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में बुधवार रात 8 बजे से सख्त पाबंदियां लागू होंगी. आज से ब्रेक द चेन अभियान शुरू होगा. महाराष्ट्र में जरूरी सेवाएं छोड़कर सभी सेवाओं पर रोक लगा दी गई है. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि 15 दिन तक केवल जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी. बिना जरूरत कहीं भी आना-जाना बंद रहेगा. पूरे राज्य में धारा 144 लागू रहेगी.

पिछले साल 1.14 करोड़ से ज्यादा प्रवासी मजदूर लौटे थे
8 फरवरी 2021 को प्रवासी मजदूरों के पलायन पर लोकसभा में सवाल पूछा गया था. जिसके जवाब में श्रम मंत्री संतोष सिंह गंगवार ने बताया था कि लॉकडाउन की वजह से देशभर के 1.14 करोड़ से ज्यादा प्रवासी मजदूर अपने घर लौटे हैं. इनमें सबसे ज्यादा 32.49 लाख मजदूर उत्तर प्रदेश के थे, जो वापस लौटे थे. दूसरे नंबर पर बिहार था, जहां के 15 लाख से ज्यादा मजदूर वापस लौट आए थे. 

 

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