दुनिया ज़रा सा रिलैक्स हुई ही थी लेकिन कोरोना के नए स्ट्रेन ने फिर सबको चौंका दिया. औरों की बात तो जो है सो है लेकिन भारत में महाराष्ट्र सरकार एकदम एक्टिव हुई. ब्रिटेन से क़रीब सात सौ लोग भारत आए थे, उन्हें क्वारंटीन कर दिया. इस बीच एक और नए स्ट्रेन की ख़बर भी कल रात आई जो पिछले वाले के मुक़ाबले तेज़ी से फैलता है पर अच्छी बात है कि उससे इनफेक्टेड कोई अब तक मिला नहीं है. सरकार क्या कदम उठा रही है ये पूछा हमने मुंबई से आजतक रेडियो रिपोर्टर मुस्तफा शेख़ से.
दिल्ली में सर्दी रिकॉर्ड बना रही है लेकिन किसान 29वें दिन भी डटे हैं. दुख की बात ये है कि ना तो किसान अपनी माँग से पीछे हट रहे हैं और ना सरकार ऐसा प्रस्ताव दे सकी है कि आंदोलन खत्म हो. किसान संगठन कह रहे हैं कि सरकार जो ऑफ़र दे रही है वो इतना खोखला और हास्यास्पद है कि उस पर जवाब भी देना बेकार है. हमारे सहयोगी कुमार कुणाल इस पूरे आंदोलन को करीब से देख रहे हैं. हमने उनसे पूछा कि ये फंसी हुई स्थिति सुलझेगी कैसे?
ब्रिटेन की एक कंपनी ने भारत सरकार को झटका दिया है. कंपनी है केयर्न एनर्जी. उनका विवाद चल रहा था सरकार से. मामला अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता ट्राइब्यूनल में पहुँचा जहां आदेश जारी हुआ कि सरकार केयर्न को 8,000 करोड़ रुपये दे. इससे पहले ठीक इसी तरह के मामले में अंतरराष्ट्रीय अदालत ने वोडाफोन के पक्ष में और भारत सरकार के खिलाफ आदेश दिया था. वोडाफ़ोन का मामला जब आया था तब हमारे वरिष्ठ सहयोगी मनु कौशिक ने कहा था कि यहाँ से सरकार के लिए एक नए झमेले की शुरुआत हो सकती है, और वैसा ही हुआ भी.. ऐसे और भी कई मामले हैं तो हमने सोचा फिर से मनु जी से बात की जाए.
और ये भी सुनिए कि 24 दिसंबर की तारीख महत्वपूर्ण क्यों है, इतिहास इस पर क्या कहता है. साथ साथ अख़बारों का हाल भी लेंगे. इतना सब कुछ महज़ आधे घंटे में सुनिए मॉर्निग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ.