दिल्ली में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल LNJP (लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल) में पहला प्लाज्मा बैंक तैयार कर लिया गया है. 'आजतक' को मिली Exclusive जानकारी के मुताबिक यहां एक साथ 200 लोगों का प्लाज्मा स्टोर किया जा सकता है. बता दें कि दो हजार बेड की क्षमता वाला LNJP दिल्ली का सबसे बड़ा कोरोना अस्पताल है. इसी अस्पताल में सबसे पहले प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत भी हुई थी.
डॉक्टर्स का दावा है कि प्लाज्मा थेरेपी कई कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित हुई है. हाल के दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमित कम गंभीर मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी के जरिए सफल इलाज भी किया गया है.
LNJP अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने 'आजतक' से बातचीत में कहा, "पहले LNJP अस्पताल में प्लाज्मा की मशीन नहीं थी और LNJP को ILBS अस्पताल से प्लाज्मा लेना पड़ता था. LNJP अस्पताल में कोरोना के बहुत से मरीज हैं, ऐसे में प्लाज्मा मशीन की मदद से, अब ज्यादा से ज्यादा कोरोना मरीज को प्लाज्मा दिया जा सकेगा. प्लाज्मा मशीन की मदद से यहां एक दिन में कोरोना से ठीक हुए 15 डोनर से प्लाज्मा ले सकते हैं."
डॉ. सुरेश कुमार ने आगे बताया कि LNJP अस्पताल में ट्रायल के दौरान प्लाज्मा थेरेपी के नतीजे बेहद सकारात्मक रहे हैं. साथ ही अब LNJP अस्पताल को 200 कोरोना मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी करने की अनुमति भी मिली गई है. 200 में से 40 कोरोना मरीजों को प्लाज्मा दिया भी गया है. ये प्लाज्मा ILBS अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराया गया था.
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डॉ. सुरेश के मुताबिक LNJP अस्पताल में खुद की प्लाज्मा मशीन होने से अब यहां के मरीजों द्वारा प्लाज्मा की डिमांड को पूरा किया जा सकेगा.
प्लाज्मा दान करने वालों से संपर्क कैसे करेंगे? इस सावल के जवाब में डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि "अबतक LNJP अस्पताल में 7000 से ज्यादा कोरोना मरीज भर्ती हो चुके हैं. इनमें से LNJP अस्पताल से 3780 कोरोना मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं. इन तमाम कोरोना मरीजों से हमलोग प्लाज्मा दान करने के लिए संपर्क करेंगे. ठीक होने वाले सभी मरीजों से संपर्क करने के लिए एक टीम बनाई गई है. इस टीम में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ होंगे. साथ ही अस्पताल ने 3 एक्सपर्ट काउंसिलर भी भर्ती किये हैं, जो कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों और उनके परिवार से फोन के जरिए संपर्क में होंगे."
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LNJP में प्लाज्मा डोनेट करने वालों के लिए अलग एंट्री की व्यवस्था की गयी है. वहीं कोरोना मरीजों के लिए एंट्री का रास्ता बिल्कुल अलग है. प्लाज्मा डोनर के लिए अस्पताल में एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है, इससे डोनेशन के लिए आने वाले लोगों की सेहत पर कोई रिस्क नहीं रहेगा.
फिलहाल LNJP में प्लाज्मा डोनेशन के लिए 5 बेड्स की व्यवस्था है, अगले 2 दिनों में 10 नए बेड प्लाज्मा डोनेशन के लिए आ जाएंगे. यहां प्लाज्मा बैंक में 2 नर्सिंग स्टाफ, एक रेसिडेंट डॉक्टर, 2 लैब टेक्नीशियन और एक काउंसिलर की मौजूदगी होगी. प्लाज्मा बैंक में 8 घंटे की एक शिफ्ट होगी.
LNJP अस्पताल में 200 लोगों का प्लाज्मा एक साथ स्टोर किये जाने की क्षमता है. डॉक्टर्स का कहना है कि सामान्य तापमान में प्लाज्मा को 24 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं अगर प्लाज्मा को 40-80 डिग्री तापमान में स्टोर किया जाए तो एक साल तक स्टोर किया जा सकता है.
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बता दें, प्लाज्मा की बढ़ती मांग को देखते हुए 2 जुलाई को दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज (ILBS) अस्पताल में देश के पहले प्लाज्मा बैंक की शुरुआत हुई थी. ILBS के जरिए ही अब तक सभी अस्पतालों को प्लाज्मा मुहैया कराया जा रहा है. लेकिन अब दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल LNJP में भी यह सुविधा शुरू होने जा रही है.