कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के बाद महिलाओं को ज्यादा बुरे साइड इफेक्ट का सामना करना पड़ता है. अमेरिका में की गई एक स्टडी में यह जानकारी सामने आई है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की प्रमुख स्वास्थ्य संस्था सीडीसी ने एक करोड़ 37 लाख टीकाकरण के डेटा की स्टडी की. इस दौरान पाया गया कि साइड इफेक्ट की कुल घटनाओं में 79 फीसदी महिलाओं ने रिपोर्ट की थी. जबकि कुल टीके में से सिर्फ 61 फीसदी महिलाओं को लगाए गए थे. (फाइल फोटो/AFP)
हालांकि, किसी टीके को लेकर महिलाओं और पुरुष पर अलग-अलग साइड इफेक्ट कोई नई बात नहीं है. कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों के टीके को लेकर भी महिला और पुरुष के शरीर पर अलग-अलग असर होते रहे हैं. इसके पीछे हार्मोन्स, जीन्स और अन्य फैक्टर को वजह समझा जाता है. (फाइल फोटो/AFP)
अमेरिकी सीडीसी की स्टडी में यह भी पता चला कि कोरोना वैक्सीन के जितने भी रेयर Anaphylactic Reactions सामने आए उनमें ज्यादातर महिलाएं ही शामिल थीं. Anaphylactic Reactions उस स्थिति को कहते हैं जब शरीर का इम्यून सिस्टम खून में कुछ रसायनों का प्रवाह करने लगता है जिससे ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, स्किन रैश और अन्य समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं. (फाइल फोटो/AFP)
स्टडी के दौरान पता चला कि मॉडर्ना वैक्सीन से Anaphylactic Reactions के 19 मामले सामने आए और ये सभी घटनाएं महिलाओं के साथ हुईं. वहीं फाइजर की वैक्सीन से सामने आए 47 ऐसे रिएक्शन में 44 घटनाएं महिलाओं के साथ ही हुई थीं. (फाइल फोटो/AFP)
इससे पहले 2013 की सीडीसी की एक स्टडी में पता चला था कि 2009 की फ्लू महामारी की वैक्सीन से एलर्जी की घटनाएं महिलाओं में चार गुनी अधिक दर्ज की गईं. वहीं, एक और स्टडी के दौरान पाया गया कि 1990 से 2016 के दौरान Anaphylactic Reactions के कुल केस में महिलाओं की संख्या करीब 80 फीसदी थी. (फाइल फोटो/AFP)