इसका फायदा ये होता है कि इससे मरीज किस स्रोत के संपर्क में आया उससे जुड़े लोगों की पहचान आसान होती है. इससे भी पहले होती है पहली स्टेज, जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित देशों से आने वाले लोगों में संक्रमण पाया गया. लेकिन सबसे खतरनाक होती है चौथी स्टेज, चीन में यह अपनी चौथी स्टेज में था. ऐसी स्थिति में इसका हल खोज पाना कठिन होता है.