दरअसल, चीनी फार्मा कंपनी Cansino Bio ने इस वैक्सीन के बारे में पिछले
17 मार्च को एक शैक्षणिक संस्थान के साथ संयुक्त रूप में क्लीनिकल
ट्रायल की घोषणा की थी. लेकिन बाद में पता चला कि इस पूरे प्रोजेक्ट में
चीनी सेना की सैन्य चिकित्सा विज्ञान अकादमी शामिल है. यानी जिस वैक्सीन के
प्रोजेक्ट पर चीन काम कर रहा है, वह पूरी तरह से चीनी सेना के हाथ में है.
इसके बाद इस प्रोजेक्ट पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
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