कोरोना वायरस के असल आंकड़ों को छिपाने को लेकर चीन पर आरोप लगते रहे हैं. लेकिन सरकारी आंकड़ों की ही मानें तो चीन में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, एक हफ्ते से अधिक समय से चीन में रोज 100 से अधिक केस सामने आ रहे हैं. मार्च 2020 के बाद पहली बार चीन इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के नए मामलों की जानकारी दे रहा है. हालात की गंभीरता को उस फैसले से समझा जा सकता है जिसके तहत चीन ने कुल 16 लाख लोगों को लॉकडाउन में डाल दिया है. दूसरी ओर, सिंगापुर, ताइवान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे कई देश ऐसे हैं जो कोरोना वायरस से उबरते हुए दिख रहे हैं. (फोटोज- AFP)
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग के आसपास के पांच क्षेत्रों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. लोगों को घरों में रहने को कहा गया है. शादियों की तारीख आगे बढ़ाने की सलाह दी गई है और अंतिम संस्कार को भी साधारण तरीके से आयोजित करने को कहा जा रहा है.
चीन में कोरोना के आधिकारिक आंकड़ों में एक हफ्ते से अधिक वक्त तक रोज 100 से अधिक केस आना असामान्य घटना है. बुधवार को भी चीन ने 103 नए केस की पुष्टि की. इससे पहले चीन दावा करता रहा है कि मार्च 2020 के बाद से देश में कोरोना के इक्के-दुक्के मामले ही सामने आ रहे हैं.
चीन के डैक्सिंग में 50 या 50 से अधिक लोगों के एक साथ मिलने पर रोक लगा दी गई है. सेकंडरी तक के छात्रों को घरों से ही पढ़ाई करने को कहा गया है. चीन में कोरोना के मामले ऐसे वक्त पर बढ़ रहे हैं जब चीनी न्यू ईयर (12 फरवरी) का वक्त नजदीक आ रहा है.
चीनी न्यू ईयर के मौके पर लाखों लोग देश में ट्रैवल करते हैं. घरों से दूर काम करने वाले लोग इस मौके पर अपने परिवार वालों से मिलने के लिए ट्रैवल करते हैं. लेकिन कोरोना की वजह से कई राज्यों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. अब तक चीन के 29 राज्यों में कर्मचारियों से कहा गया है कि छुट्टियों के लिए यात्रा न करें.