देश के सबसे बड़े कारोबारी घराने में हो रहे सत्ता हस्तांतरण के समय बॉम्बे हाउस में कोई प्रतीकात्मक गतिविधि नहीं देखी गई. टाटा संस के सेवानिवृत्त होने जा रहे अध्यक्ष रतन नवल टाटा खुद इस मौके पर यहां नहीं थे, जिन्होंने 50 साल पहले कारोबारी समूह से नाता जोड़ा था और जो आज 100 अरब डॉलर से अधिक का विशाल साम्राज्य बन चुका है.