सोना पुराने समय से भारतीय लोगों का पसंदीदा निवेश (Investment) रहा है. यह न सिर्फ निवेश का एक सुरक्षित माध्यम है, बल्कि यह शानदार रिटर्न (Return) भी देता है. सोना में निवेश (Gold Investment) करने का मौका तलाश रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. सरकार ने ऐसे लोगों को सस्ता सोना खरीदने का एक और मौका आज से दे दिया है. पांच हजार रुपये से कम रकम निवेश करके सरकार की सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) का लाभ उठाया जा सकता है.
ऐसे तय होता है सोने का दाम
सरकार ने सोने की खपत (Gold Consumption) और बाहर से आयात (Gold Import) कम करने के लिए नवंबर 2015 में सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम की शुरुआत की थी. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) सरकार की तरफ से यह बांड जारी करता है. हर साल रिजर्व बैंक सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम के तहत कई सीरिज में बांड जारी करता है. बांड के दाम संबंधित सीरिज जारी किए जाने के समय के सोने के भाव के आधार पर तय किए जाते हैं.
इतनी रखी गई है बांड के सोने की कीमत
रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले शुक्रवार को बताया था कि सॉवरेन गोल्ड बांड की नई सीरिज जारी होने वाली है. सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम 2021-22 सीरिज-8 (Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22 Series-8) के लिए सोने का दाम 4,791 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. यह पिछली सीरिज की तुलना में 20 रुपये सस्ता है. सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम 2021-22 सीरिज-7 के तहत सोने का दाम 4,771 रुपये प्रति ग्राम था.
डिजिटल पेमेंट करने पर मिलेगा सस्ता सोना
डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) को बढ़ावा देने के लिए निर्धारित दाम में डिस्काउंट (Discount) भी दिया जाता है. जो ग्राहक सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम में डिजिटल माध्यम से निवेश करते हैं, उन्हें 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलती है. ऐसे ग्राहकों को सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम 2021-22 सीरिज-8 के तहत 4,741 रुपये प्रति ग्राम की दर से सोना मिलेगा.
यहां से खरीद सकते हैं सरकारी गोल्ड बांड
सॉवरेन गोल्ड बांड की इस नई सीरिज में आज से निवेश किया जा सकता है. यह सीरिज तीन दिसंबर तक के लिए खुली रहेगी. इस दौरान जो ग्राहक सॉवरेन गोल्ड बांड की इस सीरिज में पैसा लगाएंगे, उन्हें सात दिसंबर को बांड जारी किया जाएगा. ये बांड किसी भी बैंक (Commercial Bank) से खरीदे जा सकते हैं. कई डाकघर (Post Office) भी सॉवरेन गोल्ड बांड खरीदने की सुविधा देते हैं. इनके अलावा बीएसई (BSE), एनएसई (NSE) और स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Stock Holding Corporation Of India) से भी बांड खरीदे जा सकते हैं.
गोल्ड बांड खरीदने पर मिलते हैं ये लाभ
सॉवरेन गोल्ड बांड खरीदने पर ग्राहकों को कई लाभ मिलते हैं. सबसे पहले तो सरकार की ओर से इनके ऊपर 2.5 फीसदी की दर से ब्याज (Ineterest On Sovereign Gold Bond) का भुगतान किया जाता है. ग्राहक जब ये बांड बेचते हैं, तो सोने के तत्कालीन भाव के आधार पर दाम मिलता है. बांड के साथ पांच साल के लॉक-इन पीरियड (Lock-In Period) की बाध्यता होती है. ये बांड आठ साल में मैच्योर (Mature) होते हैं. लॉक-इन पीरियड से पहले भी बांड को लिक्विड किया जा सकता है. इसके लिए स्टॉक मार्केट (Stock Market) का सहारा लेने की जरूरत पड़ती है.
इतना खरीद सकते हैं सोना
सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम के तहत अधिकतम खरीद की सीमा तय की गई है. एक व्यक्ति या एक हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) कम से कम एक ग्राम और ज्यादा से ज्यादा चार किलोग्राम के बांड खरीद सकता है. ट्रस्ट (Trust) के मामले में खरीद की लिमिट बढ़ जाती है. एक ट्रस्ट इस स्कीम के तहत 28 किलो के बराबर गोल्ड बांड खरीद सकता है.