अगर आप का भी प्रॉविडेंट फंड अकाउंट है तो आपके लिए बड़ी खबर है. केन्द्रीय भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) आपके फंड पर 2013-14 में 8.5 प्रतिशत ब्याज देने जा रहा है. इस बारे में फैसला अगले महीने के शुरू में हो सकता है.
ईपीएफओ के अधिकारियों ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में पीएफ धारकों को 8.5 प्रतिशत से कम ब्याज नहीं मिलेगा. इस बारे में फैसला दिसंबर में तब होगा, जब सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक होगी. ईपीएफओ ने 2012-13 में भी 8.5 प्रतिशत ब्याज देने की घोषणा की थी, जबकि 2011-12 में कर्मचारियों को 8.25 प्रतिशत की दर से ब्याज मिला था.
ट्रेड यूनियनों ने सरकार से मांग की है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक शीघ्र बुलाई जाए. इस बोर्ड का गठन मई में हुआ था, लेकिन इसके बाद इसकी बैठक अभी तक नहीं हुई है. यहां तक कि उप समितियों का भी पुनर्गठन नहीं हुआ है. यूनियन नेता चाह रहे हैं कि ब्याज दरों की घोषणा शीघ्र हो.
ब्याज दरों के बारे में कोई फैसला करने से पहले सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक कम से कम दो बार होना जरूरी है. पहली बैठक में उन्हें एक कमेटी बनानी होगी, लेकिन दूसरी में कमेटी की सिफारिश पर ब्याज दरों की घोषणा करनी होगी.
ब्याज दरों के बारे में प्रस्ताव ईपीएफओ ही तैयार करता है और इसके बाद ही यह कमेटी में जाता है. वहां से मंजूर होने के बाद इसे वित्त मंत्रालय से सहमति लेनी पड़ती है. वह इसकी अधिसूचना जारी करेगा. इस अधिसूचना के बाद ही ब्याज कर्मचारियों के अकाउंट में जाता है. ईपीएफओ को नए वित्त वर्ष के पहले ब्याज दरों की घाषणा करनी ही होती है.