scorecardresearch
 

Digital Rupee के क्या फायदे-नुकसान? कैश रखने की जरूरत नहीं, लेकिन...

RBI ने अक्टूबर की शुरुआत में एक कॉन्सेप्ट नोट जारी करते हुए डिजिटल रुपया के पायलट लॉन्च का ऐलान किया था. इसके तहत मंगलवार को इसे पेश किया गया. यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में अकाउंट में दिखेगा और करेंसी नोट से इसे बदला भी जा सकेगा.

Advertisement
X
आरबीआई की डिजिटल करेंसी के फायदे ज्यादा नुकसान कम
आरबीआई की डिजिटल करेंसी के फायदे ज्यादा नुकसान कम

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी डिजिटल करेंसी E-Rupee का पायलट लॉन्च कर दिया है. अब केंद्रीय बैंक इस पायलट प्रोजेक्ट के स्कोप के आगे बढ़ने के साथ CBDC से जुड़े नए फीचर्स और फायदे लोगों के साथ शेयर करेगा. इस डिजिटल रुपया को देश में लीगल टेंडर के तौर पर जारी किया गया. आइए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान के बारे में सब कुछ.

एक महीने चलेगा पायलट प्रोजेक्ट
सबसे पहले बता दें कि मंगलवार से शुरू हुआ डिजिटल रुपया (Digital Rupee) का पायलट प्रोजेक्ट करीब एक महीने तक चलेगा. फिलहाल, इसका इस्तेमाल होलसेल ट्रांजैक्शन और क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट के लिए किया जाएगा. सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के 9 बैंकों को इससे जोड़ा गया है. हालांकि, इस पायलट लॉन्च के तहत कुछ चुनिंदा लोगों को ही लेनदेन की अनुमति होगी.

E-Rupee के ये बड़े फायदे

  • डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मददगार.
  • लोगों को जेब में कैश लेकर की जरूरत नहीं रहेगी. 
  • मोबाइल वॉलेट की तरह ही इससे पेमेंट करने की सुविधा होगी. 
  • डिजिटल रुपया को बैंक मनी और कैश में आसानी से कन्वर्ट कर सकेंगे. 
  • विदेशों में पैसे भेजने की लागत में कमी आएगी.
  • ई- रुपया बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी काम करेगा.
  • ई-रूपी की वैल्यू भी मौजूदा करेंसी के बराबर ही होगी.

Digital Rupee के कुछ नुकसान भी
रिजर्व बैंक (RBI) की डिजिटल करेंसी E-Rupee के नुकसान की अगर बात करें तो इसका एक बड़ा नुकसान ये हो सकता है कि इससे पैसों के लेन-देन से संबंधित प्राइवेसी नहीं रहेगी. आमतौर पर कैश में लेन-देन करने से पहचान गुप्त रहती है. लेकिन डिजिटल ट्रांजैक्शन सरकार की निगरानी में रहेगा. ऐसे में कुछ लोगों के लिए ये परेशानी का सबब बन सकता है.

Advertisement

इसके अलावा ई-रुपया पर कोई ब्याज भी नहीं मिलेगा. RBI ने इसकी वजह भी बताई है. केंद्रीय बैंक की मानें तो अगर डिजिटल रुपया पर ब्याज दिया ये करेंसी मार्केट में अस्थिरता ला सकता है. क्योंकि ऐसे में लोग अपने सेविंग्स अकाउंट से पैसे निकालकर उसे डिजिटल करेंसी में बदलने लगेंगे. 


 

Advertisement
Advertisement