लोकसभा चुनाव से पहले वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को संसद में बजट पेश कर दिया. बजट में चिदंबरम ने टैक्स पेयर्स को निराश ही किया. चुनावी बजट के चलते ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि सरकार टैक्स स्लैब में बढ़ोतरी कर सकती है. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. हालांकि कई प्रॉडक्ट पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर आम आदमी को राहत जरूर दी. अंतरिम बजट पर तमाम नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी हैं. पढ़ें-
बसपा सुप्रीमो मायावती - बजट में नया कुछ भी नहीं है. सरकार ने महज अपनी 10 सालों की उपलब्धियां गिनाई हैं. उन्होंने चुनावी फायदे के लिए ये बजट पेश किया लेकिन उन्हें इससे लाभ नहीं मिलेगा.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह - मैं वित्त मंत्री को एक संतुलित बजट पेश करने के लिए बधाई देता हूं. ये बजट देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति दिखाता है. वित्त मंत्री ने सरकार की पिछली 10 साल की आर्थिक और सामाजिक उपलब्धियों को अच्छा वर्णन किया जो कि हमारे लिए गर्व की बात है.
माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी - दुखद और कठोर बजट को अगली सरकार के लिए छोड़ दिया गया है. ये एक लोकलुभावन बजट है.
जय पांडा और डी राजा ने कहा कि अंतरिम बजट चुनावों को ध्यान में रखकर बनाया गया है.