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RBI ने रेपो रेट घटाया, अब सस्ता हो सकता है लोन, 2 फीसदी कम हुई महंगाई दर

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने रेपो रेट की दर 25 बेसिस पॉइंट घटा दी है. इसी के साथ तत्काल प्रभाव से रेपो रेट 7.75 फीसदी हो गई है. इसका सीधा मतलब यह है कि बैंक अब रिजर्व बैंक से अपेक्षाकृत रूप से कम दर पर पैसे उधार ले सकेंगे.

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने रेपो रेट की दर 25 बेसिस पॉइंट घटा दी है. इसी के साथ तत्काल प्रभाव से रेपो रेट 7.75 फीसदी हो गई है. इसका सीधा मतलब यह है कि बैंक अब रिजर्व बैंक से अपेक्षाकृत रूप से कम दर पर पैसे उधार ले सकेंगे. बैंक ने कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) में कोई बदलाव नहीं किया है.

आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि अगले साल जनवरी तक महंगाई दर 6 फीसदी पर आ सकती है, जबकि फिलहाल यह करीब 8 फीसदी है. उन्होंने कहा कि देश पर बढ़ती मुद्रा स्फीति का दबाव अब कम हो रहा है और सितंबर के बाद से सब्जियों और फलों के दाम घटे हैं, जिससे महंगाई की दर कम हुई है. अंतरराष्ट्रीय उत्पादों के दाम भी घटे हैं, खास तौर से कच्चे तेल के दाम घटने से महंगाई दर को काबू करने में मदद मिली है.

रघुराम राजन ने कहा कि सरकार राजकोषीय घाटा कम करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सकारात्मक बात है. उन्होंने कहा कि सितंबर 2009 के बाद पहली बार लघुअवधि और दीर्घावधि में महंगाई दर का अनुमान इकाई की संख्या में आ गया है.

रेपो रेट में कमी तेजी से विकास में सहयोगी हो सकती है. रेपो रेट घटने के बाद बैंकों से लोन की दरें कुछ हद तक कम होंगी. हालांकि यह कमी रेपो रेट में कमी के बराबर नहीं होगी. हालांकि हर बार यह फायदा हो, यह जरूरी नहीं है.

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