रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि सरकार ने बजट की घोषणाएं की है, उस पर सरकार के साथ चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के ऋण प्रबंधक के तौर पर मुझे पूरा भरोसा है कि हम आरबीआई के साथ आंतरिक चर्चा करेंगे और सरकार के साथ क्या बातचीत करनी है वह भी आंतरिक चर्चाओं के दौरान भी तय होगा.
बजट में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए जाने पर शक्तिकांत दास ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाये जाने का इन्फ्लेशन को ट्रांसमिशन होने में समय लगता है. हालांकि बहुत कम असर पड़ेगा. लेकिन इसकी समीक्षा अगस्त के मौद्रिक नीति में की जाएगी. इसकी समीक्षा के लिए शीर्ष एनबीएफसी की समीक्षा की जा रही है.
शक्तिकांत दास ने कहा कि विदेशी सॉवरेट बांड जारी करने के लिए केंद्रिय बैंक सरकार के साथ जल्द ही बातचीत शुरू करेगा. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्तीय तंत्र में पर्याप्त तरलता है और बजट 2019-20 में एनबीएफसी सेक्टर के लिए अच्छे प्रावधान किए गए हैं.
उन्होंरे कहा कि हम एनबीएफसी और उनके परिचालन की निगरानी नियमित रूप से कर रहे हैं. बैंकों में 70,000 करोड़ रुपए की पूंजी डालने का फैसला काफी सकारात्मक घटनाक्रम है. इससे न केवल उन्हें नियामकीय पूंजी की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी बल्कि वे अधिक ऋण भी दे सकेंगे.
ब्याज दर पर उन्होंने कहा कि नीतिगत ब्याज दर में कटौती के लाभ के प्रसार में पहले से कम समय लग रहा है. शक्तिकांत दास ने कहा कि आगामी हफ्तों और महीनों में ब्याज दरों में कटौती का लाभ अधिक तेजी से ग्राहकों तक पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि नकदी की समस्या का समाधान किया गया है. एक जून से प्रणाली में धन पर्याप्त है.