प्याज की कीमतें पहुंच से बाहर होती जा रही हैं. इनकी कीमतों में एक बार फिर बढ़ने होने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इसका भाव 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. सरकार की ओर से कीमतों पर लगाम के लिए की जा रही तमाम कोशिशों के बावजूद बाजार में आपूर्ति कम होने से कीमतें उछाल पर हैं.
अभी और महंगे होंगे प्याज
नई फसल के आने में देरी से प्याज कीमतों में और तेजी आने की उम्मीद है. तेजी का यह रुख कुछ सप्ताह तक जारी रहने की उम्मीद है. आजादपुर थोक बिक्री मंडी में प्याज 48 रुपये तक पहुंचने के बाद दिल्ली में प्याज का खुदरा बाजार भी उछल गया.क्वालिटी के आधार पर दिल्ली में खुदरा कीमतें 70 रुपये से 80 रुपये प्रति किलो के दायरे में हैं.
इन कारणों से प्याज हुआ महंगा
महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और कर्नाटक जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में प्याज महंगा होने के चलते दिल्ली की मंडियों में प्याज की दरें मजबूत हैं. इसके अलावा उत्पादन में गिरावट तथा प्याज का मौसम न होने के दौरान जुलाई से सितंबर आपूर्ति के लिए रखे गये प्याज की सुस्त आपूर्ति भी प्याज की कीमतों में तेजी ला रही है.
प्याज रसोई की अहम सामग्री है. वेज खाना बनाना हो या नॉनवेज, प्याज जरूरी होता है. सब्ज़ियों में लगभग एक तिहाई और मांसाहारी खाने में दो तिहाई प्याज का इस्तेमाल होता है. इसी कारण कीमतों में लगातार तेजी के चलते जनता प्याज के आंसू रो रही है.