चीन के एक पूर्व सैन्य अधिकारी के खिलाफ जांच इस बात का प्रमाण है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ देश में चलाए जा रहे अभियान के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का हर क्षेत्र इसके दायरे में है. यह बात समाचार पत्र 'पीएलए डेली' में रविवार को प्रकाशित एक टिप्पणी में कही गई.
जांच में पाया गया है कि केंद्रीय सैन्य आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष गुओ बॉक्सियोंग ने पदोन्नति की चाह में और अन्य को लाभ पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया और व्यक्तिगत रूप से और अपने परिवार के जरिए रिश्वत स्वीकार की.
गुओ को कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना से निष्कासित किया जा चुका है और उनके मामले को सैन्य अभियोजकों के पास भेज दिया गया है. लेख में कहा गया है कि सेना भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करती.
गुओ और पूर्व सैन्य अधिकारी शू काइहू के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामलों से सेना की छवि धूमिल हुई है. शू पर पिछले साल भ्रष्टाचार का आरोप लगा था और उनके खिलाफ जांच चल रही थी, लेकिन मार्च में मूत्राशय में कैंसर से उनकी मौत हो गई.
लेख में के अनुसार, इतिहास गवाह है यदि सेना से भ्रष्टाचार समाप्त नहीं किया जाता तो यह बिना लड़े ही असफल हो गई होती. लेख में चेतावनी दी गई है कि यदि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई मंद पड़ी तो यह स्थिति फिर से पैदा हो सकती है. लेख में भ्रष्टाचार रोकने के लिए बेहतर नियम-कानून की मांग की गई है.
इनपुट : आईएएनएस