महंगाई की आग अभी और तेज होने वाली है. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह कहना है भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन का. राजन ने कहा है कि थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर अनुमान से कहीं ज्यादा रहने वाली हैं. उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई दर के बढ़े हुए आंकड़े चिंताजनक हैं.
अगस्त यानी पिछले महीने खुदरा महंगाई दर 9.52 फीसदी थी. वहीं पिछले महीने थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर भी छह महीने के उच्चतर स्तर पर रही. पिछले महीने यह 6.1 फीसदी थी. खुदरा महंगाई दर को खुदरा बाजार में वस्तुओं की कीमत में आई अंतर के आधार पर निकालते हैं. वहीं थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर थोक बाजार में वस्तुओं की कीमत में आए अंतर के आधार पर निकाली जाती है.
आरबीआई 4 से 5 फीसदी तक की महंगाई दर को आदर्श मानता है, जबकि महंगाई दर अभी इससे काफी ऊपर बनी हुई है. राजन ने आज जारी की गई अपनी अर्ध तिमाही समीक्षा में कहा कि आरबीआई द्वारा उठाए गए नीतिगत कदम का असर अभी जारी महंगाई दर पर देखने को नहीं मिला है. हालांकि राजन ने कहा कि खरीफ फसलों के बेहतर रहने की संभावना है. ऐसे में खुदरा महंगाई दर में सुधार देखने को मिल सकता है.