भारत में लगातार आर्थिक सुधार प्रक्रिया की आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने जमकर तारीफ की. क्रिस्टीन ने कहा कि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद भारत का सितारा बुलंद है. उन्होंने एशिया को विश्व का सबसे गतिशील क्षेत्र बताते हुए कहा कि यह क्षेत्र आर्थिक गतिविधियों में नरमी के बावजूद अगले चार साल में वैश्विक वृद्धि में करीब दो-तिहाई के बराबर योगदान कर सकता है.
युवा शक्ति बनेगी भारत की पहचान
उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे तेजी से वृद्धि दर्ज कर रही भारत की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा और अब तक की सबसे युवा श्रमशक्ति बनने की कगार पर है. एक दशक में भारत विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने वाला है.
मेक इन इंडिया का जिक्र
आईएमएफ की चीफ ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत में महत्वपूर्ण सुधारों की प्रकिया तेजी से ही चल रही है. उन्होंने मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया का भी जिक्र किया. इस सम्मेलन का आयोजन वित्त मंत्रालय और आईएमएफ ने मिलकर किया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया.
FM @arunjaitley & Christine Lagarde MD, IMF agreed to set up Regional training & Assistance centre.#AdvancingAsia . pic.twitter.com/5qTsnEKyk2
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) March 12, 2016
भारत का IMF से पुराना नाता
लेगार्ड ने कहा कि भारत और आईएमएफ का लंबा संबंध है. भारत 70 साल से अधिक समय पहले आईएमएफ का संस्थापक सदस्य था. उन्होंने कहा कि एशिया विश्व का सबसे गतिशील क्षेत्र है और आज वैश्विक अर्थव्यवस्था में इसका योगदान 40 फीसदी है.